ऐसे लोगों पर क्या बीती होगी जिनके परिवारजनों की हालत इंजेक्शन के अभाव ने ख़राब हो रही है और उन्हें दवा के लिए धरना देना पड़े। कोरोना के लिए आवश्यक इंजेक्शन के उपचार में आवश्यक टॉसिलिजूमाब नाम का इंजेक्शन नहीं मिलने के कारण गुरूवार को मरीज के परिवारजनों ने सिविल हॉस्पिटल में ही धरना दिया।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले 5 दिनों से शहर में कोरोना के उपचार में असरकारक इंजेक्शन टॉसिलिजूमैब नहीं मिल रहा है। इसके कारण मरीज परेशान हो गए हैं। अपने स्वजनों की हालत खराब होते देख उनके परिवार जन भी चिंतित हो गए हैं।
निजी हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने मरीज के परिवारजनों को मरीज़ों के उपचार के लिए टॉसिलिजूमैब इंजेक्शन लिख दिया था लेकिन, सिविल हॉस्पिटल में वह इंजेक्शन नहीं मिलने के कारण मरीज के परिवार जन नाराज हो गए थे और वहीं धरने पर बैठ गए थे।
सिविल हॉस्पिटल का कहना है कि सिविल हॉस्पिटल में इंजेक्शन का स्टोक कम होने के कारण वहां का स्टाफ यह इंजेक्शन देने में आनाकानी करता है। बीते 2 दिनों से सिविल हॉस्पिटल में इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं। इसके कारण आज कुछ मरीजों के परिवारों ने सिविल में ही धरना दे दिया था। इंजेक्शन के बारे में कई लोग गलत धारणा रखते हैं। जयंती रवि रवि ने बताया कि कई डॉक्टर से इसका जरूर उपयोग कर रहे हैं। राज्य सरकार को इसकी जानकारी मिली है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
आपको बता दें कि सूरत शहर की निजी हॉस्पिटल में आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार टॉन्सिल इंजेक्शन की मंजूरी के लिए की कमेटी बनाई है निजी हॉस्पिटल में मरीज को इंजेक्शन की जरूरत है या नहीं यह इस कमेटी के डॉक्टर करेंगे।
सूरत के लिए दो से तीन सप्ताह बहुत गंभीर, रखे ख़्याल
सूरत में कोरोना के कारण परिस्थिति दिन प्रतिदिन खराब होते जा रही है। इसे ध्यान में लेते हुए राज्य के स्वास्थ्य अग्र सचिव जयंती रवि ने सूरत के लिए 2 से 3 सप्ताह खूब ही गंभीर होने की बात कही है। उन्होंने शहरी जनों को चेतावनी देते हुए आगामी दो-तीन सप्ताह तक सतर्क रहने की अपील की है।
आने वाले 2 सप्ताह में सूरत में बीमारी का आँकड़ा सकता है। ऐसी आशंका प्रशासन के अधिकारियों ने व्यक्त की। सूरत शहर जिले में कोरोना का व्याप नहीं बड़े इसलिए 2 से 3 सप्ताह तक लोगों को अपना ख्याल रखना होगा। स्वास्थ्य सचिव जयंती रवि ने बताया कि कोरोना को रोकने के लिए सूरत महानगर पालिका और पुलिस की ओर से मार्केट क्षेत्र में नियमों का कड़ाई से पालन करने के लिए कार्यवाही शुरू की गई है।
विशेष तौर पर कपड़ा बाजार क्षेत्र में नियमों का पालन के लिए लोगों से बार-बार अपील की जा रही है। उन्होंने लोगों से राज्य सरकार की ओर से शुरू की गई 104 नंबर की सेवा का उपयोग करने के लिए कहा जिन लोगों को सर्दी खांसी और बुखार आदि के लक्षण हो वह को 104 पर कॉल करके इस सेवा का लाभ ले सकते हैं।
इन दिनों पंचावन सामाजिक संस्थाएं सूरत महानगरपालिका और स्वास्थ्य विभाग के 5000 कर्मचारी घर-घर सर्वे कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में आशा वर्कर और सिटी क्षेत्रों में भी प्रति मीटर दिए गए हैं ताकि लोगों की मात्रा जा सके सूरत महानगर पालिका की ओर से भी जो लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ गंभीर ढंग से कार्यवाही शुरू की गई है।