कोरोना गंभीर: उच्च अधिकारियों टीम सूरत में मीटिंग का दौर शुरू!

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सूरत में कोरोना इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि राज्य सरकार की नींद हराम हो गई है। कोरोना को रोकने के लिए सरकार की ओर से और कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत शहर में आईएएस ऑफिसर्स की टीम उतारी गई है।

इसमें महेसूल विभाग के अग्र सचिव पंकज कुमार स्पेशल अधिकारी के तौर पर महेंद्र पटेल वित्त विभाग के मिलने तोरवणे और जीआईडीसी के एमडी थेन्नारासन को सूरत बुला लिया गया है। कोरोना की परिस्थिति को समझने और बिगड़ रही परिस्थिति का ताग पाने के लिए जिल्ला सेवा सदन में आज अधिकारियों की मीटिंग हुई थी।

इसमें दो स्पेशल अधिकारी महेंद्र पटेल और मिलिंद तोरवणे के साथ पालिका कमिश्नर बंछानिधी पाणी और कलेक्टर डॉ. धवल पटेल भी उपस्थित थे। स्पेशल अधिकारी महेंद्र पटेल ने बताया कि परिस्थिति पर काबू पाने के लिए 20 जुलाई तक 1000 बेड की व्यवस्था ऑक्सीजन और आईसीयू के साथ तैयार हो जाएगी। जबकि कीडनी की 800 बेड की होस्पिटल 15 अगस्त तैयार हो जाएगी।

राज्य के महेसूल विभाग के अग्र सचिव पंकज कुमार ने बताया कि कोरोनावायरस के समय में राज्य सरकार ने कई कदम उठाए हैं। राज्य सरकार की ओर से निजी हॉस्पिटलों में भी एमओयू किया गया है। जहां की 2075 बेड की व्यवस्था है। इनमें अभी 1500 तो मरीज हैं और 770 बेड खाली है। 280 बेड की कोविड होस्पिटल का काम बाकी है जो कि चल रहा है। 20 जुलाई तक 1000 बैड की कोरोना हॉस्पिटल ऑक्सीजन और आईसीयू के साथ तैयार हो जाएगी।


मनपा कमिश्नर ने बताया कि सूरत के किसी भी व्यक्ति को हॉस्पिटल में एडमिट होने की जरूरत हो तो 104 मैं कॉल कर 108 को बुलाए उसे एडमिट किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि टॉसिलिजूमैब इंजेक्शन यदि बहुत जरूरत होगी तभी दिया जाएगा। इसे देने के चार पैरामीटर हैं यह जांच करने के बाद ही इंजेक्शन दिया जाएगा।

सूरत में कोरोना के केस बढ़ने से प्रशासन चिंतित

सूरत में कोरोना के मरीजो का तेजी से बढने का सिलसिला जारी है। सूरत में कोरोना की बात करें तो बुधवार को कुल 255 मरीज दर्ज हुए। इसमें सूरत सिटी के 173 हैं और जिले के 82 हैं। अब तक कोरोना के कारण शहर में कुल शहर में 7713 और जिले में 11492 केस दर्ज हुए हैं। कुल मिलाकर शहर और जिले में कोरोना संक्रमितो की संख्या 9205 पर पहुंच गई है। बुधवार को कुल 12 लोगों की मौत के साथ कुल 387 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा शहर और जिले में 207 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। अब तक कुल 5690 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है।