सूरत
सूरत महानगरपालिका शहर के विकास के साथ पर्यावरण के संरक्षण के लिए भी तेजी से कदम उठा रही है। शहर में प्रदूषण को रोकने के लिए पालिका की ओर से नए-नए प्रयास जारी हैं।इसी बीच अब पालिका ने पर्यावरण की दिशा में और एक कदम उठाया है। प्रदूषण को रोकने के लिए तुरंत बाहर नगर पालिका ने शहर में पहला स्मॉग टावर लगाने की योजना बनाई है। देश में दिल्ली और जयपुर में स्मॉग टावर लगाए गए। अब सूरत में भी स्मॉग टावर लगाए जाएंगे।
सूरत महानगर पालिका के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कतारगाम के वास्तादेवडी क्षेत्र में दो अलग-अलग स्मॉग टावर लगाए जाएंगे। इन दोनों स्मॉग टावरों की लागत लगभग एक करोड़ रुपये तक आने का अनुमान है और अगले बजट में इसके लिए भी प्रावधान किया जाएगा। ठोस अपशिष्ट विभाग का पर्यावरण प्रकोष्ठ इस परियोजना को आगे बढ़ा रहा है। बीते कई दिनों से शहर में ठंडी के मौसम में पवन की क्वालिटी अच्छी नहीं रहती शहर के कई क्षेत्रों में लोग प्रदूषण के कारण कई वर्षों से परेशान हैं, क्योंकि शहर के बीचों-बीच अभी भी कई मिलें और अन्य उद्योग हैं, जो हवा में विभिन्न प्रकार की जहरीली गैसें उत्सर्जित करते हैं। श्वसन, त्वचा और कैंसर के मामले भी अधिक सामने आ रहे हैं। इन क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से स्मॉग टावर लगाने पर विचार किया जा रहा है। टावर हवा में घुले धुएं और धूल को सोखकर हवा को शुद्ध करेंगे। स्मॉग टॉवर के सफल कार्यान्वयन के बाद, इसे मिलों, कारखानों और उद्योगों से प्रभावित अधिक क्षेत्रों में स्थापित करने की योजना है।
नगर पालिका द्वारा इस पर एक करोड़ रुपये तक खर्च किये जाने का अनुमान है। ये दोनों टावर पायलट आधार पर लगाए जाएंगे, यदि परियोजना सफल रही तो अन्य क्षेत्रों का सर्वेक्षण करने के बाद इन्हें स्थापित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि स्मोक टावर लगने के बाद शहरी जनों को संभव होता है अधिक प्रदूषण से छुटकारा मिलने की उम्मीद है।