शहर में जिस तरह से कोरोना फैल रहा है। उसे देखते हुए फैडरेशन ऑफ सूरत टैक्सटाइल ने अब व्यापारियो को दुकान खोलना है या नही यह उन पर छोड दिया है। साथ ही फोस्टा ने व्यापारियों से यह अपील की है कि जिन लोगों को जरूरी नहीं है वह दुकानें नहीं खोलें। व्यापारी अपनी इच्छा से फैसला ले सकते हैं।
सूरत में प्रतिदिन 200-250 के बीच कोरोना के मरीज आ रहे हैं और मृतकों की संख्या भी बढ रही है। इसे देखते हुए पूरे शहर में भय का माहौल है। ऐसे में लोगों में भय का माहौल है। व्यापारी भी इन दिनों वैसे भी व्यापार नहीं होने के का्रण बिना जरूरी रिस्क नहीं लेना चाहते।
फोस्टा ने सोमवार की शाम को कहा कि महानगरपालिका कमिश्नर बंछानिधि पाणि द्वारा जारी गाईडलाईन व् बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप से फोस्टा व्यापारियों से निवेदन करती है की सरकारी नियमो की पालना करते हुये अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे।
एकदम आवश्यक काम हो तो दुकान जाकर अपना काम कर वापस घर में ही रहे। साथ ही मार्केट अध्यक्ष/मंत्री अपनी अपनी मार्केट में पदाधिकारियो तथा व्यापारीभाइयो से “स्वेच्छिक लोकडाउन” के विषय पर चर्चा-विचारणा कर COVID-19 की परिस्थिति अनुसार निर्णय लेती है तो फोस्टा उसका स्वागत करती हैI
फोस्टा निवेदन करती है की कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए व्यापार के साथ साथ स्वास्थ्य को प्राथमिकता दे। आवश्यक हो तो ही दुकान खोले अन्यथा बाहर न जाये। सबका सहयोग ही कोरोना वायरस से निजात दिलाएगा।
इस बीच सूरत टैक्सटाइल मार्केट के व्यापारियों ने कोरोना का भय समझते हुए वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए मगंलवार दोपहर 12 बजे से रविवार तक मार्केट की 1500 दुकाने बंद रखने का फैसला किया है। आगामी निर्णय रविवार को लिया जाएगा।