कपड़ा बाजार में मार्केट को चालू या बंद रखने तथा कपड़ा व्यापारियों से मनपा की गाइडलाइन का अमल करवाने के बारे में फेडरेशन ऑफ सूरत टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने सब कुछ प्रशासन पर छोड़ दिया है। फोस्टा ने आज कलेक्टर को एक ज्ञापन दिया है।
जिसमें की यह बताया है कि मार्केट की परिस्थिति को देखते हुए एवं रोजगार की हालत देखते हुए प्रशासन की ओर से समीक्षा करने के बाद जो कदम उठाएगी फोस्टा तथा सूरत शहर के कपड़ा व्यापारी उनका साथ देंगे।
इस तरह से फोस्टा ने अब सब कुछ प्रशासन के जिम्मे कर दिया है। दरअसल बात ऐसी है कि शहर में एक और कोरोना तेजी से बढ़ रहा हैं। इसके चलते व्यापारी खुद भी चिंतित है। इसलिए दुकान खोलने में भी भय है और दूसरी ओर यदि मार्केट नहीं खोलते तो व्यापारियों को व्यापार का भी भय परेशान कर रहा है।
ऐसे में व्यापारी खुद भी असमंजस में है कि इस परिस्थिति को लेकर क्या किया जाए? बीते दिनों मनपा प्रशासन ने कुछ मार्केट बंद करवा दिए थे। इसके बाद सरकार की अनुमति से फिर से मार्केट खोल दिए गए और कपड़ा मार्केट के व्यापारियों को कड़ी गाइडलाइन का पालन करने का निर्देश दे दिया गया। एक और व्यापार नहीं हो रहा और दूसरी ओर मनपा की ओर से कड़ी गाइडलाइन का पालन कर पाना भी व्यापारियों को मुश्किल हो रहा है।
गत रोज दिल्ली गेट के पास की मार्केट में अधिकारियों ने कार्यवाही करते हुए कई व्यापारियों से ₹5000 से ₹10000 तक की इसे लेकर भी व्यापारियों में नाराजगी है। व्यापारी समझ नहीं पा रहे हैं कि वर्तमान परिस्थिति में दुकान किस तरह चलाई जाए। एक और व्यापार नहीं है और दूसरी ओर मनपा की सख़्ती! ऐसे में यदि रोज इतनी बड़ी रकम का दंड लिया जाएगा तो व्यापारी क्या करेंगे इसके अलावा कोरोना के बढ़ते केस से भी व्यापारियों की चिंता बढ़ा दी है।
लॉकडाउन डाउन के दौरान कपड़ा व्यापारियों के पास बड़े पैमाने पर स्टॉक हो जाने के कारण वह चाह रहे थे कि उनका स्टॉक क्लियर हो जाए। या उन्होंने जो माल कहीं पर प्रोसेसिंग के लिए दे रखे हैं उसे छुड़वाने का प्रयास करना कर रहे थे। लेकिन अब परिस्थिति अलग हो गई है। कई व्यापारी चाहते हैं कि मार्केट खोलें और कई व्यापारी अभी भी कोरोना को लेकर रिश्क के मूड में नहीं है।
दो दिन पहले ही मिलेनियम मार्केट में एक व्यापारी की मौत के कारण अन्य व्यापारियों में भी चिंता का माहौल है। परिस्थिति को देखते हुए भी फोस्टा ने भी अब सब कुछ प्रशासन के जिम्मेदार दिया है। फोस्टा के सेक्रेटरी चंपालाल बोथरा ने बताया कि हमने प्रशासन को एक पत्र लिखा है।
जिसमें प्रशासन को बताया है कि सूरत शहर में वर्तमान समय में कोरोना की स्थिति और टेक्सटाइल उद्योग के व्यापार तथा रोजगार के हालात से प्रशासन वाकिफ है। अतः इस परिस्थिति में प्रशासन समीक्षा कर सूरत शहर के व्यापारी स्टाफ मजदूर कर्मचारी आदि के स्वास्थ्य एवं रोजगार के लिए जो उचित कदम वह उठाएंगे फोस्टा एवं कपड़ा व्यापारी उनके साथ में है।
दरअसल बात ऐसी है कि कपड़ा व्यापार खुलता है तो कोरोना फैलने का डर और कपड़ा व्यापार नहीं खुलता है तो व्यापार का नुकसान होने का भय ! इस दुविधा में अब व्यापारी भी असमंजस कारक परिस्थिति में आ गए हैं।