कुछ दिनों पहले सूरत महानगर पालिका के कमिश्नर बंछानिधि पाणी ने सूरतवासियों को कोरोना से सतर्क रहने को कहते हुए बताया कि महाराष्ट्र और दिल्ली से आने-जाने वाले लोगों के कारण कोरोना का भय बढ़ा है। क्योंकि वहाँ बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज है। इसलिए वहाँ से आने वालों से भी 14 दिन क्वारंटाइन रहने तो कहा था।
सूरत में कोरोना के मरीज बढ जाने के कारण यहाँ से अहमदाबाद जाने वालों को अहमदाबाद में प्रवेश करने से पहले ही रोककर हाइवे पर हीं जाँच कर रहे है। और यदि कोरोना निकले तो लौटा दे रहे है। कल सूरत के छह लोगों को कोरोना निकलने पर लौटा दिया।
मिली जानकारी के अनुसार अहमदाबाद एक्सप्रेस पर टोल नाका के समीप महानगर पालिका के पूर्व जॉन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा सूरत और बड़ौदा से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है। इसमें 8 लोगों को कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी सामने आई है।
सूरत में लगातार बढ रहे केस के कारण एहतियात के तौर पर यह कदम उठाया जा रहा है।बीते तीन दिन में कुल 45 लोगों को कोरोना मिला है। रविवार से बड़ौदा से अपने वाले लोगों की भी जांच शुरू की गई है। कुल 450 से अधिक लोगों की जांच की गई जिसमें कि 8 लोगों का कोरोना पॉजिटिव आया। इनमें से एक को कोठिया हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया है। जबकि एक जन मेहसाणा के थे। उन्हें मेहसाणा भेज दिया गया है।
बाकी के 6 लोगों को सूरत भेज दिया गया हैं। इसके साथ ही वहां के स्वास्थ्य विभाग को भी इन नागरिकों की तमाम जानकारी भेज दी गई है। असलाली के पास साउथ ज़ोन हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से इसी तरह जांच की जा रही है। इसमें 104 जनों की जांच की गई लेकिन सभी के रिपोर्ट नेगेटिव आए हैं।
अहमदाबाद के सिवाय अब सूरत हॉटस्पॉट बन गया है। सौराष्ट्र राजकोट भावनगर में भी संक्रमण बढ़ रहा हैं। सूरत में रहने वाले सौराष्ट्र के लोग अपने गांव जा रहे हैं सूरत के लोगों की जाँच करने के बाद ही उन्हें प्रवेश करने दिया जा रहा है। सूरत में लगाकर बढ रहे केसों ने राज्य सरकार की नींद उड़ा दी है।