माता शीतला की स्वच्छता शक्ति वाले स्वरूप की करें पूजा, होगा यह लाभ!

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दिनांक 12 जूलाई सन 2020 दिन रविवार का पंचांग विवरण।
मास- सौर पंचांग अनुसार श्रावण कृष्ण पक्ष ।
चान्द्र पंचांग अनुसार आषाढ़ कृष्ण पक्ष ।
तिथि मुंबई के पंचांग अनुसार : सप्तमी प्रातः
15: 18 तक तदुपरांत अष्टमी ।
तिथि काशी के पंचांग अनुसार : सप्तमी प्रातः 14:38 तक तदुपरांत अष्टमी।
योग : अतिगंड योग 21.51 तक तत्पश्चात सुकर्मा ।
करण – करण कौलव
6: 40 तक तदुपरांत तैतिल ।
सूर्योदय मुंबई के पंचांग अनुसार 6.13
सूर्यास्त मुंबई के पंचांग अनुसार 19:16
सूर्योदय काशी के पंचांग अनुसार 5:16
सूर्यास्त काशी के पंचांग अनुसार 6:44
ग्रह स्थितियां
सूर्य मिथुन में
चंद्र मीन में
मंगल मीन में
बुध मिथुन में मार्गी व उदय
वृहस्पति धनु में वक्री
शुक्र वृष में
शनि मकर में वक्री
राम मिथुन में वक्री
केतु धनु में वक्री

  • वर्तमान समय में भी प्रासंगिक है माता शीतला का स्वच्छता की शक्ति वाला स्वरूप । झाडू है जिनका अस्त्र ।

इस विकट अस्वास्थकर काल में जब की स्वच्छता
बहुत ज्यादा आवश्यक हो गई है । स्वास्थ की देवी माता शीतला का ,शीतला सप्तमी का विशेष पर्व व व्रत आज ही है ।
माता शीतला अपने नाम के ही अनुरूप शीतलता , स्वक्षता की प्रधान शक्ति मानी जाती हैं । पूरे भारत वर्ष में इनकी पूजा कुलदेवी ग्राम देवी के रूप में होती है ।
यह अत्यंत सरल व सहज रूप से प्रसन्न होने वाली मातृ शक्ति हैं ।
माता जी का स्वरूप हमें प्रकृति से भी सन्निकटता प्रदान करता है । क्यों की इनका वास नीम के पेड़ में माना जाता है । साथ ही नैवेद्य के रूप में भी चढ़ाई जाने वाली वस्तुएं भी गावों में सहजता सरलता से मिलने वाली होती हैं ।

  • भगवान सूर्य नारायण की आराधना का पर्व भानु सप्तमी भी आज ही है ।
    ॐ घृणि सूर्याय नमः इस मंत्र का जप व आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ हर किसी को अवश्य करना चाहिये क्योंकी इस पर्व पर किया जाने वाला पूजन सूर्य ग्रहण के पूजन के समान फलदायी होता है ।
  • आज रेवती नक्षत्र में पुंसवन , सूतिका स्नान , पलंग के उपयोग का आरंभ, नवीन वस्त्र धारण, उत्तर दिशा की यात्रा ‘ औषधि सेवन , वस्तु क्रय व वाहन क्रय का मुहूर्त है ।
  • दिशाशूल पश्चिम .
  • राहुकाल सायं 4.30 से 6 बजे तक .

प्रस्तुति
पंडित शरदचंद्र मिश्र
9272445900