सूरत
सूरत ऐसा तो सामान्य दिनों में भी नहीं हुआ जैसा लॉक डाउन में हो रहा है सामान्य दिनों में जितनी अनाज की डिमांड रहती थी उसकी अपेक्षा इन दिनों अनाज की डिमांड डेढ़ गुना बढ़ गई है।यह परिस्थिति इसलिए बनी है क्योंकि लॉकडाउन के कारण जरूरतमंद लोगों को अनाज बांटने के लिए सेवाभावी संस्थाएं और राजनीतिक लोग सक्रिय हुए हैं।इसके चलते अनाज की डिमांड डेढ़ गुना बढ़ गई है।इनमें चावल दाल और गेहूं की डिमांड विशेष है।
बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के कारण शहर में कपड़ा उद्योग, हीरा उद्योग,जरी उद्योग, बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन आदि से जुड़े लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं। वह घर पर ही इन दिनों ठहरे हुए हैं। श्रमिकों में रोजी-रोटी को लेकर भय का माहौल हो गया है ।ऐसे में वह भोजन करने के साथ ही भोजन का संग्रह करना भी हितावह मान रहे हैं ।राजनीतिक पार्टियां सेवाभावी संस्थाएं आदि सभी मिलकर इन जो लोग परेशान हैं उन्हें अनाज किट का वितरण कर रही है, साथ ही भोजन की व्यवस्था भी कर रही है ।
कोई संस्था 500 तो,कोई संस्था 1000 या इससे भी अधिक राशन किट का वितरण कर रही है ।इसके चलते अनाज की डिमांड बढ गई है अनाज विक्रेताओं का कहना है कि 20 से 30 तारीख के बीच की डिमांड डबल थी, लेकिन 1 तारीख के बाद में थोड़ी कमी आई है । अब डेढ़ गुना हो गई है।क्योंकि सरकारी अनाज की दुकानों में भी राशन बांटने के कारण अब की दुकानों पर थोड़ी डिमांड कम हो गई है ।बताया जा रहा है कि इन दिनों अनाज की कीमत में दो से 4 गुना की बढ़ोतरी हुई है ।क्योंकि अन्य राज्यों से जल्दी नहीं आ पा रहे हैं
। वहां से आते समय कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है इस करें अनाज की कीमत में सामान्य 2 से 4% तक की वृद्धि हुई है ।
सूरत ग्रेन मर्चेंट एसोसिएशन के प्रमुख जवेरी लाल जैन ने बताया कि इन दिनों लोग डाउन में जरूरतमंदों को बांटने के लिए सेवाभावी संस्थाएं तथा राजनीतिक पार्टियां अनाज की खरीदी कर रहे हैं इसलिए अनाज की डिमांड में डेढ़ गुना बढ़ोतरी हुई है।हालाकि जबसे सरकारी दुकानों में गेहूं चावल और दाल आपसे डिमांड थोड़ी घटी है।सामान्य दिनों की अपेक्षा अभी भी डिमांड ज्यादा है।
सूरत के अनाज गोदामों में अनाज की कोई कमी नहीं है।पर्याप्त मात्रा में अनाज सूरत में उपलब्ध है अन्य राज्यों से ट्रक आ रहे हैं, हालांकि कुछ कमी जरूर आई है।लेकिन इसका अनाज के जत्था पर कोई असर नहीं पड़ा है।