जीएसटीः ई-वे बिल बिना माल की बिक्री रोकने के लिए पैट्रोलिंग वैन की संख्या बढ़ाई!

Spread the love

सूरत
स्टेट जीएसटी विभाग करचोरी रोकने के लिए एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहा है।सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ इन डायरेक्ट टैक्स एंड कस्टम की ओर से भी टैक्स चोरों को सबक़ सिखाने के लिए आए दिनों जीएसटी के नियमों में संशोधन किए जाते हैं।जीएसटी रिटर्न से लेकर ई-वे बिल में भी अब तक कई बार नियमों में परिवर्तन आ चुका है।इसके बावजूद जीएसटी चोरी करने वाले व्यापारी अलग अलग ढंग से टैक्सचोरी करने का प्रयास करते रहते हैं।कई बार बिना बिल के ही व्यापारी माल बेच देते हैं।इस तरह कि टैक्सचोरी रोकने के लिए सूरत में सड़कों पर मोबाइल पैट्रोलिंग वैन घूमते रहती है।इस मोबाइल वैन की संख्या अब से बढ़ा दी गई है।सूरत शहर में अब तक दो पेट्रोलिंग वैन हाईवे पर और सड़कों पर से आने वाले गाड़ियों पर वाच रखते थी और यदि तक हो तो गाड़ी रुकवाकर ड्राइवरों से ई- वे बिल मांग लेते। अब से पेट्रोलिंग वैन में अधिकारियों की संख्या और गाड़ी की संख्या बढ़ा दी गई है।सूरत में बड़े पैमाने पर कपड़ा बनता है।इसलिए बिना बिल के कपड़ों की ख़रीदारी भी कई लोग करते हैं। पेट्रोलिंग वैन की जाँच के दौरान बड़े पैमाने पर कपड़े के की टैक्स चोरी सामने आयी है।इसके अलावा इलेक्ट्रिक साधन, कैमिकल भंगार आदि भी पकड़े गए हैं। जीएसटी डिपार्टमेंट बिना बिल के बेचे जाने वाले माल पकड़कर ज़ब्त कर लेता है और माल बेचने वाले से जीएसटी की रक़म तथा पेनाल्टी वसूल करता है।
—-
जीएसटी विभाग करचोरो के खिलाफ सक्रिय
वर्तमान वित्तीय वर्ष में एक सूरत जीएसटी डिपार्टमेंट में सूरत में 12 करोड़ रुपए से अधिक की टैक्स चोरी पकड़ी है।जीएसटी डिपार्टमेंट ने बीते दिनों बड़े पैमाने पर ट्यूशन क्लासेज, ट्रैवल एजेन्सी,होटल संचालक सहित अन्य कई व्यापारियों पर छापेमारी की थी और र करोड़ रुपए की टैक्स चोरी भी पकड़ी थी। इसके पहले डिपार्टमेंट ने बोगस बिलिंग करने वालों के ख़िलाफ़ भी मुहिम शुरू करके सूरत में डेढ़ सौ से अधिक फ़र्ज़ी व्यापारी पेढ़ियां ढूंढ निकाली थी। इनके ख़िलाफ़ अभी भी डिपार्टमेंट जाँच कर रहा हैऔर जिन लोगों ने फ़र्ज़ी व्यापारियों से बिल ख़रीदा था उनसे रिकवरी की जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may use these HTML tags and attributes:

<a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>