गुजरात बोर्ड के दसवीं के परिणाम मंगलवार को घोषित हुए।इस बार दसवीं कक्षा के छात्रों का पास होने का दर 60.64 रहा जो कि, पिछले साल की अपेक्षा 6.33% प्रतिशत कम है। इस 1671 छात्रों ने 90% अंक हासिल किए हैं। इस बार बच्चों का प्रदर्शन बीते साल से कमजोर रहा।
नियम के अनुसार बच्चों को पास होने के लिए कम से कम डी-ग्रेड पाना होगा।यदि वह किसी में सी -ग्रेड पाते हैं तो उन्हें फिर से सप्लीमेन्ट्री परीक्षा देनी पड़ेगी। सप्लीमेंट्री एग्जाम का टाइम टेबल बाद में घोषित किया जाएगा। गुजरात सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड की ओर से कुछ दिनों पहले ही बारहवीं साइंस का परिणाम घोषित किया गया था। उल्लेखनीय है कि इस बार देशभर में कोरोना के चलते दसवीं बोर्ड की कुछ परीक्षाएं बाकी रह गई थी जिसे लेकर छात्र और अभिभावक दोनों असमंजस में थे।
हालाकि बाक़ी की परीक्षाएं नियत समय पर ही ले ली गई थी। बीते साल की अपेक्षा इस साल दसवीं का परिणाम कम आना शिक्षकों और बोर्ड दोनों के लिए चिंताजनक है। दसवीं कक्षा के विद्यार्थी अपना परिणाम डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट जीएसईबी डॉट ओआरजी पर देख सकते हैं। बारहवीं कक्षा के कॉमर्स और आर्ट्स के परिणाम भी इसी सप्ताह में जारी कर दिए जाएंगे।
देखनी है कि इस साल एवं ग्रेड पाने वाले विद्यार्थियों की संख्या 1671 है जो कि पिछले साल 4974 थी a2 ग्रेड पाने वाले विद्यार्थियों की संख्या 23754 है जोकि बीते साल 32375 थी इसी तरह बीते साल नियमित विद्यार्थियों के पास होने का अवसर 66.97% था। जोकि साल घटकर 60.64 प्रतिशत हो गया। शून्य प्रतिशत बच्चे यानि की कोई पास नहीं हो ऐसी स्कूलों की संख्या 63 से बढ़कर 174 पर पहुंच गई।
100% परिणाम लाने वाले स्कूलों की संख्या 366 से घटकर 291 पर पहुंच गई। सूरत जिला का परिणाम सबसे अधिक 74.66 प्रतिशत है, जो कि बीते साल 79 पॉइंट 63% था। बच्चे अपना परिणाम http://www.gseb.org पर देख सकेंगे।