स्वास्थ्य सुविधा, आबादी और क्षेत्रफल के सहित 15 मापदंडों के आधार पर लंदन की मेडिकल जर्नल लांसेट में वल्नरेबलिटि इंडेक्स तैयार किया है। जिसमें कि कोरोनावायरस परिस्थिति के आधार पर भारत के टॉप टेन संवेदनशील राज्यों का वर्गीकरण किया गया है। इनमें गुजरात दसवें नंबर पर आता है।
मतलब कि स्वास्थ्य के नजरिए से गुजरात भी कमजोर होने के कारण कोरोनावायरस से फैल रहा है ऐसा लांसेट का मानना है। इस सूची के अनुसार कोरोना का बहुत तेज़ी से बढ़ने वाले मामलों में मध्य प्रदेश सबसे ऊपर है। इसके बाद बिहार, तेलंगाना और झारखंड का समावेश होता है। भारत में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है। इसमें कई राज्यों में तो बेहद गंभीर परिस्थिति है।
गुजरात इस सूची के अनुसार नौवे नंबर पर आता है। लंदन की मेडिकल फॉर लेसंट में प्रसिद्ध किए गई राज्यों की सूची में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, बिहार झारखंड, उत्तर प्रदेश,पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के बाद गुजरात नौवें नंबर पर आता है। दसवे पर आंध्र प्रदेश का समावेश होता है।आपको बता दें कि गुजरात में बड़ी तेजी से बढ़ रहा है।
गुजरात के अहमदाबाद और सूरत में के मामले तेजी से बढ़े हैं फिलहाल हो गया है लेकिन, सूरत में प्रतिदिन 200 से ढाई सौ के करीब मरीज हो रहे हैं और मृतकों की संख्या भी बढ़ रही है। यह वल्नरेबिलिटि इन्डकेस जीबु आचार्य और आकाश पोरवाले ने बनाया है।
भारत में कोरोना की संपूर्ण परिस्थिति समझने के लिए वल्नरेबलिटि इंडेक्स तैयार किया गया है। इसमें सबसे खराब परिस्थिति में हो ऐसे राज्यों को 1.0 और जिनको सबसे खराब परिस्थिति का भय हो ऐसे कमजोर राज्यों को 0.0नंबर दिया गया है: इसमें गुजरात का स्कोर 0.7 है।
जबकि मध्य प्रदेश का और 1.0 है। मतलब कि वह सबसे ज्यादा संवेदनशील है। इस रिपोर्ट के अनुसार सबसे कम खतरे वाले राज्यों में सिक्किम सबसे ऊपर है। वहां पर इस रिपोर्ट के अनुसार खतरा कम है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश,चंडीगढ़ का नंबर आता है।
रिपोर्ट के अनुसार केंद्र शासित प्रदेशों में दमन और दीव, अंडमान-निकोबार, मिजोरम,पांडुचेरी लक्ष्यदीप आदि हैं।पूर्वोत्तर के राज्यों में कोरोना का संक्रमण अभी कम है।