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पिछले साल बरसात का मौसम अच्छा रहने के कारण उकाई डैम पूरा भर गया था। इसलिए इस बार उकाई डेम अभी से ही भरा हुआ है। जून की शुरुआत में ही उकाई डेम में 319 फीट के करीब तथा दर्ज किया गया है। इस कारण थोड़ा भी पानी बरसे तो पानी छोड़ना पड़ेगा ऐसी परिस्थिति पहले से बने हुई थी।
इस गिनती के अनुसार ही पानी छोड़ना शुरू कर दिया गया है। कोरोना के साथ इस बार सूरत वालों को उकाई डेम की सतह पर भी ध्यान देना पड़ेगा। उकाई डेम में केचमेंट एरिया में आगामी 48 घंटे में अधिक बरसात की आगाही की गई है। इसके चलते डैम के अधिकारी सतर्क हो गए हैं।
उन्होंने फ्ल्ड कंट्रोल शुरू होने को कुछ घंटों बाद ही पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। इस साल उकाई डेम अभी से ही पानी से भरा हुआ है। इसलिए डैम के दरवाजे पहले से ही खोल दिए जाएंगे।!यह भी तय था। देर रात उकाई डेम से 5000 क्यूसेक पानी छोड़ने के साथ एक हाइड्रो यूनिट भी शुरू किया गया है।
उकाई डैम लेवल से नीचे लाने के लिए भी कवायद जारी की गई है। इस साल उकाई डेम में पिछले वर्ष की अपेक्षा बारिश के सीजन के पहले 42 फीट पानी अधिक है। डैम के अधिकारियों का कहना है कि लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं है। यह पानी खेती के लिए छोड़ा गया है एक हाइड्रो शुरू करने के लिए 5000 क्यूसेक पानी छोड़ना ही पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि अब तक उकाई डेम से पानी भरने की चिंता होती थी कि यदि बारिश अच्छी नहीं रही तो कई डैम का कैसे भरेगा और साल भर खेती कैसे होगी?लेकिन इस साल डेम की सपाटी पहले से ही ऊपर आ चुकी है।फिलहाल डेम की सपाटी 319 फुट है। भय जनक सतह 345 फूट है।
बताया जा रहा है कि बारिश का मौसम अभी तक जमा नहीं है लेकिन, सिंचाई विभाग की ओर से रूल लेवल बदल दिया गया। सामान्य तौर पर रूल लेवल 15 दिन या 1 महीने में तय किया जाता है। दो-तीन दिन पहले 321 फीट का रूल लेवल तय किया गया था जो अब घटाकर 318.66 कर दिया गया है।