चीन के नए साल की शुरुआत के कारण वहां स्थाई हो गए सूरत के उद्यमी जनवरी में अपने परिवार के साथ छुट्टियां बिताने सूरत आए थे। लेकिन मार्च में लॉकडाउन के कारण उद्यमियों का परिवार यही फस गया था।
आखिर सोमवार को सूरत और हांगकांग के हीरा उद्यमियों ने मिलकर स्पेशल फ्लाइट की व्यवस्था कर उन्हें हॉन्ग कोंग पहुंचा दिया। इस बारे में हीरा उद्यमी निलेश बोडकी ने जानकारी देते हुए बताया कि हांगकांग में व्यापार के लिए बड़ी संख्या में सूरत के लोग वहीं स्थायी हो गए हैं जोकि, साल भर में जनवरी में चीन के नए साल के वेकेशन के दौरान वापस आते हैं।
इस दौरान वहां पर जनवरी से 15 से 25 तारीख तक चीन का नया साल का वेकेशन होने के कारण भी वह अपने परिवार के साथ सूरत आए थे। मार्च में हांगकांग का मार्केट खुल जाने से हीरा उद्यमी खुद तो वापस चले गए लेकिन उनका परिवार यहीं पर था। इसी दौरान लॉकडाउन शुरू हो जाने से उनका परिवार यहां फस गया। बीते 4 महीने से हीरा उद्यमियों का परिवार यहीं पर फंसा था।
बार-बार सूरत में फंसे हीरा उद्यमियों के परिवार उन्हें वापस ले जाने की बात कर रहे थे लेकिन, यह संभव नहीं था। ऐसे में हीरा उद्यमी रवि बोडकी को निजी फ़्लाइट से ले जाने का ख़्याल आया। इसके बाद हीरा उद्यमियों ने राज्य सरकार और हॉन्ग कोंग की सरकार से संकलन करना शुरू किया।हीरा उद्यमी विजय, जेमिस,हरीश,किरण और संजय भाई ने मिलकर वहां से एयरलाइंस के लिए परमिशन ले ली।
कई दिनों तक परमिशन की प्रक्रिया के बाद सोमवार की शाम सूरत से कुल 343 लोगों को जिसमें कि 115 बच्चे और 189 बड़े लोग थे उन्हें पहले मुंबई ले जाया गया और मुंबई से इथोपियन एयरलाइंस की फ्लाइट से हांगकांग भेजा गया।