माननीयगृहमंत्रीश्रीअमितशाहजीनेकियायुगपुरुषश्रीमद्राजचंद्रजीकीविराटप्रतीमाजीकामहामस्तकाभिषेक

Spread the love

पूज्य गुरुदेवश्री राकेशजी द्वारा श्रीमद् राजचंद्रजी के जीवन, कवन, विचार एवं सिद्धांत को चरितार्थ

करने हेतु मूक यज्ञ को सराहा

धरमपुर, 04 जनवरी: माननीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाहजी ने गुजरात के धरमपुर में पावन तीर्थ श्रीमद् राजचंद्र आश्रम का दौरा किया एवं श्रीमद् राजचंद्रजी को श्रद्धांजलि दी – जो एक आध्यात्मिक शिरोमणि हैं और जिनकी आध्यात्मिक विरासत पीढ़ियों का उत्थान करता आ रहा है। युगपुरुष श्रीमद् राजचंद्रजी की विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा के महामस्तकाभिषेक के पवित्र समारोह में श्री अमित शाहजी ने पूज्य गुरुदेवश्री राकेशजी के साथ भाग लिया । यह अभिषेक भारत के महान संत और उन्नीसवीं शताब्दी के विलक्षण कवि-दार्शनिक, श्रीमद्जी के प्रति उनके गहरे सम्मान का प्रतीक है।

श्रीमद् राजचंद्र आश्रम, धरमपुर में महामस्तकाभिषेक एक बहुप्रतीक्षित वार्षिक अनुष्ठान है, जो श्रीमद्जी के प्रति भक्ति, कृतज्ञता और श्रद्धा की अभिव्यक्ति है और जिसमें दुनिया भर से बड़ी संख्या में साधक शामिल होते हैं। माननीय मंत्रीजी ने आध्यात्मिक युग को पुनर्जीवित करने और श्रीमद् राजचंद्रजी की कालातीत आध्यात्मिक विरासत को जीवित रखने के लिए पूज्य गुरुदेवश्री राकेशजी की भी सराहना की, जिनके दूरदर्शी नेतृत्व में श्रीमद् राजचंद्र मिशन धरमपुर जीवन-परिवर्तनकारी प्रयास भारतीय मूल्यों और संस्कृति के सार को दुनिया तक ले जा रहे हैं।

श्रीमद् राजचंद्र आश्रम, मिशन का यह मुख्यालय उच्च उद्देश्य की खोज करने वालों के लिए एक अभयारण्य है। माननीय मंत्री अमित शाहजी ने इस आध्यात्मिक आश्रय का दौरा किया जो एक मान्यता प्राप्त तीर्थ स्थल और आध्यात्मिक विरासत गंतव्य भी है। आने वाली पीढ़ियों के लिए जो धर्म के कालातीत सिद्धांतों का प्रमाण है, ऐसे आश्रम में स्थित के भव्य और दिव्य जिनमंदिर में उन्होंने प्रार्थना एवं पवित्र अनुष्ठानों में भी भाग लिया।

इस दौरे में, माननीय श्री अमित शाहजी ने ‘श्रीमद् राजचंद्र अहिंसा केंद्र’ की आधारशिला का भी पूजन किया, जो सभी जीवों के लिए सहानुभूति, प्रेम और करुणा के विकास हेतु समर्पित एक व्यापक और परिवर्तनकारी स्थल है। यह एक अनूठी सुविधा होगी जिसमें मल्टी-सेंसरी वॉकथ्रू, 4-डी डिजिटल अनुभव, शैक्षिक और मनोरंजक सुविधाएं शामिल होंगी, ताकि जानवरों और प्रकृति के साथ गहरा संबंध विकसित किया जा सके।

इस मौके पर  गुजरात राज्य के वित्त मंत्री माननीय श्री कनुभाई देसाई, गृह मंत्री माननीय श्री हर्षभाई सांघवी,और वलसाड के सांसद माननीय श्री धवलभाई पटेल और मिशन के उपाध्यक्ष आत्मपित नेमीजी भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर माननीय मंत्री श्री अमितभाई ने कहा कि, “श्रीमद् राजचंद्रजी की प्रतिमाजी का महामस्तकाभिषेक करते समय मुझे गहरे आनंद और शांति की अनुभूति हुई। कई योगी हिमालय के पर्वतों पर जाकर साधना कर सकते हैं, लेकिन वैसी ही उत्कृष्ट साधना श्रीमद्जी ने  समाज के बीच में रहकर की और लोगों के लिए मोक्ष का मार्ग प्रशस्त भी किया, यह विश्व के प्रति उनकी महान सेवा है। मैं श्रीमद्जी को अपना सम्मान अर्पित करता हूं जो एक महामानव और ईश्वरतुल्य हैं। पूज्य  गुरुदेवश्री राकेशजी ने  श्रीमद् राजचंद्रजी के जीवन, कवन, विचार एवं सिद्धांत को चरितार्थ करने हेतु मूक यज्ञ काआरंभ किया है। आध्यात्मिक मार्गदर्शन हो या सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य और जरूरतमंद की सहाय करनी हो,  पूज्य  गुरुदेवश्री राकेशजी के नेतृत्व में श्रीमद् राजचंद्र मिशन धरमपुर ने उत्कृष्ट उदहारण दिया है।”

माननीय मंत्री श्री को आशीर्वचन देते हुए पूज्य गुरुदेवश्री राकेशजी ने कहा  “आप भारतीय मूल्यों, भावनाओं और संस्कृति की रक्षा के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। आजादी के शताब्दी वर्ष 2047 में विकसित भारत के आपके सपने को साकार करने के लिए श्रीमद् राजचंद्र मिशन धरमपुर समाज के उत्थान की सभी योजनाओं में भारत सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर काम कर रहा है और आगे भी करने के लिए प्रतिबद्ध है।”

आध्यात्मिक जगत के महान व्यक्तित्व और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय नेता के इस ऐतिहासिक मिलन ने उपस्थित हजारों साधकों के दिलों में एक अमिट छाप छोड़ी है। यह आयोजन दर्शाता है कि कैसे श्रीमद्जी जैसे महान भारतीय संतों द्वारा स्थापित सिद्धांतों के आधार पर राष्ट्र अमृत काल के सपने को सच करने के लिए सक्षम है।

Official video of the Hon. Home Minister’s insightful speech during his visit:

Video highlights:

https://srmd.link/kjehka

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may use these HTML tags and attributes:

<a href="" title=""> <abbr title=""> <acronym title=""> <b> <blockquote cite=""> <cite> <code> <del datetime=""> <em> <i> <q cite=""> <s> <strike> <strong>