लॉकडाउन के बाद हॉटल और रेस्टोरेन्ट खुल तो गए लेकिन अभी तक व्यापार अच्छे से शुरु नही का है।हॉटल एंड रेस्टोरेन्ट एसोसिएशन ने राज्य सरकार को ज्ञापन देकर कई मांगे रधरखी है। एसोसिएशन का कहना है कि यदि परिस्थित नहीं सुधरी तो अगले डेढ महीने में आधे से ज्यादा हॉटल बंद हो जाएंगें।
हॉटल एंड रेस्टोरेन्ट एसोसिएशन ने मु्ख्यमंत्री को दिए ज्ञापन में बताया है कि हॉटल को बंद करने का समय जो कि अभी शाम सात बजे का है उसे बढाकर रात के 11 बजे कर देना चाहिए। सरकार की ओर से रात के 12 बजे से कर्फ्यू के बारे में विचार किया जा रहा है। ऐसे में हॉटल का टाइम एक घंटे पहले बंद कबने का कर दिया जाए।
हाल में हॉटल एंड रेस्टोरन्ट उद्योग बड़े नुकसान के दौर से गुजर रहें हं ऐसे में एक साल तक बिजली के फिक्सड चार्ज से मुक्ति देनी चाहिए। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2020-21 का प्रोपर्टी टैक्स माफ कर देना चाहिए। जो हॉटल और रेस्टोरेन्ट भाडापट्टे पर हैं उनका मनपा दो गुना प्रोपर्टी टैक्स वसूल कर रही है। उसे भी सामान्य दर से वसूल करना चाहिए।
सभ िको और उद्योगो को सरकार की ओर से कर में बीस प्रतिशत तक छूट दी जाती है। हॉटल और रेस्टोरन्ट उद्योग मुश्किल दौर से हजर रहे हैं ऐसे में राज्य सरकार को उनकी मदद करनी चाहिए।हॉटल एंड रेस्टोरेन्ट एसोसिएशन का कहना था कि दोपहर के समय लोगो व्यापार धंधे में व्यस्त होने से लंच के समय कम व्यापार हो रहा है और शाम को सात बजे ही बद के नियम के कारण डिनर में भी ग्राहक नहीं आ पा रहे।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के दौरान हॉटल एंड रेस्टोरेन्ट उद्योग को लॉकडाउन के दौरान दो सौ करोड़ रूपए का नुकसान हुआ है। यदि परिस्थति नही सुधरी तो आगामी दिनों में अन्य कई हॉ कटल और रेस्टोरेन्ट बंद होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।