लॉकडाउन के कारण व्यापार धंधा बंद होने के बाद अभी तक सुचारू ढंग से नहीं शुरू हो सका है। एक ओर जहां लोग अपनी रोजीरोटी को लेकर परेशान है वहीं दूसरी ओर कोरोना का भय भी उन्हें परेशान कर रहा है। विशेष तौर पर अधेड़ और बुजुर्ग लोगों में ज़्यादा तनाव है। कई लोग मनोचिकित्सकों की सलाह ले रहे है। कुछ लोगों की मनोचिकित्सकों ने दवाए भी शुरू कर दी है। लेकिन यदि आप योग के कुछ आसन सीख लेते है तो आप को मानसिक संघर्ष से राहत मिल सकती है।
योग चार प्रकार के है। राज योग, ज्ञान योग, कर्म योग, भक्ति योग।
आज हर इंसान को प्रकृति से जुड़े रहने के लिए हमे कुछ प्राणायाम करना चाहिए।
१- नाड़ी शोधन प्राणायाम – एक रेशों में करने से मानसिक बीमारियां दूर होती है।
२- भ्रामरी प्राणायाम से – मन एकाग्रता की स्थिति में आता है। और मन को निर्विचार और साथ ही चैतन्य बनाता है ।
यह प्राणायाम हमे दिमाग से शून्य स्तर के तकनीक पर लाता है जो हमारे शरीर को मेडिटेशन के लिए जागृत करता है।
आज की परिस्थिति में हर छोटे बड़े मनुष्य को मेडिटेशन सीखना और हर रोज़ उससे करना बेहद आवश्यक है।
डिप्रेशन या स्ट्रेस के मरीज़ बहुत परेशानी से जुड़े रहते है। मेडिटेशन द्वारा हम अपने सांसों पर कंट्रोल और अपनी इन्द्रियों को हर हाल में शांिपूर्ण तरीके से जीतते है। सिर्फ एक मात्र ओम के उच्चारण से हर मुश्किल परिस्थितियों से बाहर आ सकते हैं।
हमे हर हाल में नियत कर्म करके अपनी आत्मा को मेडिटेशन से जोड़ना है। प्राचीन काल से निकले हुए कुछ ऐसे ध्यान से जुड़े प्रयोग जिनसे हमारी ज़िन्दगी आसान बनती है और हर समय हम तरोताजा महसूस कर सकते हैं
साथ ही हम जब मुद्राओं का प्रयोग करते हैं जैसे –
१-ज्ञान मुद्रा – यह ध्यान और एकाग्रता में मदद करती है, सिरदर्द, अनिद्रा को दूर करता है। यह मुद्रा छात्रों के लिए रामबाण का काम करती है।
२-हकिनी मुद्रा – यह स्मृति में सुधार करता है और नियमित अभ्यास के साथ छात्रो का दिमाग़ तेज करता है।
यह हकिनी मुद्रा दोनों तरफ के दिमाग को पूरी तरीके से बलैंस रखता है जिससे गुस्से पर नियंत्रण होता है।
३- डिटॉक्सिफिकेशन मुद्रा – यह मुद्रा हमारे शरीर के टॉक्सिंस यानी पोसिनस सेल्स को दूर करता है। यह मुद्रा मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक रुप से शरीर को साफ और शुद्ध बनाता है।
यह मुद्रा करने से हमारे मन से बुरी यादें, डर, डिप्रेशन, पास्ट से जुड़े थॉट्स पूरी तरीके से निकल जाते हैं, जिससे हम अपने काम को अच्छे मन से कर सकते हैं।
मुद्राओं के प्रयोग से हमारे शरीर की काफी बीमारियाँ ठीक होती दिखती है। रोजाना मेडिटेशन मुद्रा के साथ करने से हमारा शरीर बेहद मज़बूत बनता है। और हमारे शरीर की ७२००० नाड़ीयां जागृत होती है।
विद्यार्थियों के लिए बी आज मेडिटेशन मुद्रा के साथ करने
के अच्छे फायदे हैं।
यह सृष्टि एक ही बात जानती है -tathastu।
हम जो सोचेंगे सही-गलत ,हमे सृष्टि उसी का आशीर्वाद देगी त था स तू ।
तो आज ध्यान के माध्यम से हम आसानी से लॉकडाउन से आई परेशानियों का हल खुद ढूंढ सकते हैं।