सूरत
बिना चीरफाड के पोस्टमार्टम सुनकर थोड़ा आश्चर्य होगा लेकिन यह सच है।
सूरत सिविल अस्पताल के डॉक्टर्स ने कोरोना दौरान नई मेडिकल गाइडलाइन के अनुसार दिनों में पांच मृतदेहो का पोस्टमार्टम बिना किसी चीर फाड़ के किया है। यह पोस्टमार्टम नई टेक्नोलॉजी का उपयोग करके अर्थात की वर्बल ऑटोप्सी नॉनवेजिन की पद्धति से किया गया है।
यह निर्णय इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के गाइडलाइन के अनुसार लिया गया है। सिविल अस्पताल के डॉक्टर्स ने मी़डिया को बताया कि जिस मामले में कोई शिकायत नहीं हो उनमें इस तरह पोस्टमार्टम कर सकते हैं। आईसीएमआर की ओर से कोरोना में संक्रमण न फैले इसलिए पोस्टमार्टम की गाइडलाइन जारी की गई है। इन दिनों में यदि पोस्टमार्टम के लिए चीरफाड करते हैं तो भी हवा के माध्यम से वायरस फैलने का डर रहता है।
ऐसे में यदि मृतक के बारे में पुलिस को आशंका ना हो और उनके परिवार यदि कोई आक्षेप नही करें तो इस पद्धति में मृतक के शरीर ऊपर चीर फाड़ के बिना टेक्नोलॉजी का उपयोग कर पोस्टमार्टम कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि आईसीएमआर के नियम के अनुसार कडोदरा में एक पांडेसरा में एक जहांगीरपुरा एक और उमरा पुलिस स्टेशन के दौरे पर वर्बल ओटप्सी नॉन वेजिन की पद्धति से पोस्टमार्टम किया गया।
इस पोस्टमार्टम के परिवारजनों से पहले मृतक की हिस्ट्री जान ले गई उसके शरीर पर किसी प्रकार के निशान तो नहीं है यह अभी जांच कर ली गई उसके बाद पोस्टमार्टम किया गया।