कोरोना के मरीज की मौत का आरोप बिजली कंपनी पर..

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हिम्मतनगर में कोरोनाग्रस्त वृध्द की उपचार के दौरान बिजली चली जाने से मौत के कारण डॉक्टर्स ने पूरा आरोप बिजली कंपनी पर लगा दिया है।डॉक्टरों का कहना है कि बिजली जाने के कारण मरीज की मौत हो गई। यदि बिजली नहीं गई होती तो शायद मरीज की जान बचाई जा सकती थी।फ़िलहाल बिजली कंपनी और डॉक्टर्स के बीच वृध्द की मौत को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला चल रहा है। जाँच के बाद सच्चाई बाहर आएगी।


घटना इस प्रकार है कि तलोद तहसील के हरसोला गांव में रहने वाले मकबूल शेख नाम के 78 वर्षीय बुजुर्ग को शारीरिक तकलीफ के कारण प्राथमिक उपचार के बाद 15 जून को केरोना की जाँच के लिए उनका टेस्ट किया गया था। यह रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें हिम्मतनगर के सिविल हॉस्पिटल में ले जाया गया। वहां उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। इसके चलते डॉक्टरों ने उन्हें ऑक्सीजन पर रखा था ।

23 तारीख को 4.50 बजे के करीब बिजली चले जाने से वॉर्ड की लाइट बंद हो गई और मशीनें बंद हो गई। किसी कारण से बिजली के जनरेटर भी नहीं शुरू हो पाए। बिजली चली जाने के कारण ऑक्सीजन पर रखे गए वृद्ध मकबूल शेख की मौत हो गई।


मक़बूल के परिवारजनों ने अचानक इस तरह से उनकी मौत हो जाने के कारण मौत का आरोप पहले डॉक्टर्स पर लगाया लेकिन डॉक्टर के समझाने के बाद वृद्धि के परिवार जन मान तो गए हैं। लेकिन डॉक्टरों ने इसका पूरा आरोप उत्तर गुजरात विज कंपनी लिमिटेड पर लगा दिया है। उनका कहना था कि यदि बिजली नहीं गई होती तो वह शायद मरीज को बचा सकते थे। फ़िलहाल बिजली कंपनी और डॉक्टर्स के बीच वृध्द की मौत को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला चल रहा है। जाँच के बाद सच्चाई बाहर आएगी।