सूरत में यह क्षेत्र बना संवेदनशील! गुरूवार को भी बड़ी संख्या में पॉज़िटिव केस

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सूरत में लगातार चौथे दिन भी कोरोना के मरीज़ों की संख्या 150 के पार रही। गुरूवार के रोज कुल 152 नए केस सूरत सिटी में दर्ज किए गए, जबकि ज़िले में 26 केस दर्ज हुए। अब तक सूरत शहर और ज़िले में 4256 कुल कोरोना केस दर्ज हुए है। गुरूवार को तीन लोगों की मौत के साथ कुल 156 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में 149 सूरत शहर के और 7 ज़िले में से है।

अब तक कुल 2649 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। इनमें से ज़िले के 237 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है।कोरोना के कारण लॉकडाउन के बाद अनलॉक-1 में कारखाना, व्यापार उद्योग आदि शुरू होने के बाद से हीरा उद्योग और कपड़ा उद्योग में तेज़ी से कोरोना के मरीज बढ़े है। अब जो केस सामने आ रहे है।

उनमे ज़्यादातर हीरा श्रमिक और कपड़ा उद्योग में काम करने वाले है। इसके चलते हीरा और कपड़ा उद्योग में पाँच दिन ही काम करने की छूट दी गई है। गुरूवार को 152 नए केस दर्ज हुए उनमे कतारगाम ज़ोन में से अकेले ही 52, सेंट्रल ज़ोन में 21, वराछा ए में 21 और वराछा बी में 16 और रांदेर ज़ोन में 11लिंबायत में 17, उधना में 9 और अठवा में 5 नए केस दर्ज हुए है।हालाँकि सूरत में मरीज़ों के ठीक होने का डिस्चार्ज रेट बेहतर है लेकिन मरीज़ों की बढ़ती संख्या ने प्रशासन को परेशान कर रखा है।


प्रशासन की ओर से बार-बार लोगों को सोशल डिस्टैंस का पालन करने और मास्क पहनने की अपील की जा रही है लेकिन कई। क्षेत्रों में लोग लापरवाह होने से केस बढ रहे है।

गुजरात में कोरोना के केस बढ़ने से सरकार ने यह कदम उठाया
गुजरात में कोरोना जांच करने की फीस अन्य कई राज्यों की अपेक्षा ज्यादा होने के कारण कई दिनों से इस लेकर विवाद चल रहा था। इस बीच गुजरात सरकार ने कोरोना टेस्ट की फीस घटाने का फैसला किया है। अब से निजी लेबोरेटरी में 2500 रुपए में टेस्ट हो जाएगा। राज्य सरकार की अस्पतालों और मेडिकल लेबोरेटरी में यह टेस्ट नि;शुल्क किया जाता है।


राज्य के उप मुख्यमंत्री नीतिन पटेल ने मीडिया को यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार की ओर से कोरोना की टेस्ट की फीस कम करने का फैसला किया गया है। कोरोना टेस्ट के लिए अब तक चार हजार रुपए लिए जाते थे, जो कि घटाकर 2500 रुपए कर दिया गया है। यदि मरीज खुद लेबोरेटरी में जाकर जांच कराते हैं तो 2500 रूपए और घर पर आकर जांच की जाएगी तो तीन हजार रुपए चुकाना पड़ेगा।


यदि राज्य सरकार के इस आदेश को कोई लेबोरेटरी उल्लंघन करते पकड़़ी गई तो उसकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी। कोरोना की जांच का चार्ज कम करने के लिए अहमदाबाद मेडिकल एसोसिएशन ने राज्य सरकार से गुहार लगाई थी।


उल्लेखनीय है कि गुजरात के सूरत तथा अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों में कोरोना बड़ी तेजी से फैल रहा है। इस कारण सिविल अस्पताल में प्रतिदन बडी संख्या में लोग जांच के लिए आ रहे हैं निजी अस्पतालो में कोरोना की जांच का चार्ज कम कर देने से सरकारी अस्पतालों को बोझ कम होगा।


सूरत में बीते तीन दिन से लगातार डेढ सौ से अधिक कोरोना के मरीज दर्ज हो रहे हैं। इसके कारण हीरा बाजार और कपड़ा बाजार को सप्ताह में पांच दिन ही खोलने का फैसला किया गया है.