सूरत में कोरोना से मरने वालों की संख्या इतनी ज़्यादा हो गई कि ..

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कोरोना का गंभीर चेहरा शहर के सामने आता जा रहा है। कोरोना के कारण सूरत में मृतकों की संख्या 100 पर पहुंच गई है। शनिवार को सूरत में पूके 53 नए मामले सामने आए और कुल कोरोना पॉजिटिव की संख्या 2514 पर पहुंच गई। वही डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या 1700 के ऊपर पहुंच गई

। शहर में आज 3 लोगों की कोरोना से मौत हो गई। सूरत शहर में फिलहाल 8819 लोगों को क्वारंटाइनमें रखा गया है।सूरत शहर में जॉन के अनुसार अगर कोरोनावायरस की संख्या देखी जाए तो सेंट्रल जोन में 349, वराछा में 286, वराछा बी में 78 कतारगाम में 528, लिंबायत में 736, उधना में 304 और मरीज पाए गए हैं। बढ़ते कोरोना के कारण प्रशासन की चिंता और बढ गई है।

शनिवार को महिधरपुरा हीरा बाज़ार में एक हीरादलाली का काम करने वाले का कोरोना पॉज़िटिव रिपोर्ट आने के बाद मनपा कमिश्नर ने हीरा बाज़ार में आने वालों त 14 दिन स्वैच्छिक क्वारंटाइन में रहने की अपील की है।

अभिभावकों के लिए बड़ी खबर आई शिक्षामंत्री से जानिए!

कोरोना के कारण लोगों की आर्थिक हालत खराब हो चुकी है। व्यापार धंधे बंद हो चुके हैं। लोग मानसिक तौर पर टूट चुके हैं। ऐसे में नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने की तैयारी हो चुकी है।
स्कूलों की ओर से अभिभावकों को बच्चों की फीस भरने के लिए बार-बार नोटिस आ रहा है। इन सब मुद्दों को ध्यान में लेते हुए राज्य के शिक्षा विभाग ने अभिभावकों को थोड़ी राहत दी है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस वर्ष स्कूलों की फीस में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी।

यदि कोई अभिभावक स्कूल की फीस नहीं भर सकता तो त्रैमासिक के स्थान पर प्रतिमाह भी भर सकता है। अभिभावकों को सितंबर महीने तक फीस भर सकते हैं। तब तक उन पर कोई दबाव नहीं डाला जाएगा। इसके अलावा ट्रांसपोर्टेशन, यूनिफॉर्म, और पुस्तकों के लिए पैसे नहीं ले जाएंगे। शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की मीटिंग हुई थी।

स्कूल,कॉलेज, स्कूल के संचालक द्वारा वसूली जाती मुद्दों पर चर्चा हुई थी। शिक्षा मंत्री ने कहा के बाद अब देश डिजिटल की ओर जा रहा है। शिक्षा विभाग ने भी विद्यार्थियों का पढ़ाई खराब ना हो इसलिए डिजिटल की ओर जाने का फैसला किया है।

आगामी 15 तारीख से कक्षा तीन से आठवीं के विद्यार्थियों के लिए 30 मिनट और नौ से बारह के लिए लिए 1 घंटे शिक्षा दी जाएगी नहीं होगी। जिन के पास इन्टरनेट या टीवी जैसे उपकरण नहीं है उनको पाठय सामग्री पहुँचाई जाएगी।