सूरत शहर और जिले में कोरोना का कहर लगातार बढते जा रहा है। शुक्रवार को सूरत में कोरोना के कारण कुल 14 लोगों की मौत के साथ मृतकों का आंकड़ा 310 पर पहुंच गया। इसके अलावा शुक्रवार को सूरत शहर में कुल 202 और जिले( ग्राम्य) में 67 नए पॉजिटिव आने के साथ कुल 269 मामले आज दर्ज हुए हैं। शहर की बात करें तो अब तक शहर में 6727 कोरोना के मामले दर्ज हो चुके हैं, जबकि ग्राम्य क्षेत्र में 1124 केस दर्ज हुए हैं।
अब तक शहर में कुल 267 और ग्राम्य में 35 लोगों की जान जा चुकी है। कुल 4654 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। इसमें ग्राम्य के 527 हैं।सूरत में कोरोना के केस तेजी से बढने के कारण जो व्यापार उद्योग खुल गए हैं। उनमें भी कई व्यापारियों ने स्वैच्छिक ढंग से बंद कर देना शुरू कर दिया है।
सूरत में कपड़ा बाजार शुरू करने के लिए मनपा की ओर से नई गाइडलाइन जारी की गई है। इसके अनुसार कपडा बाजार 9 से 6 के स्थान पर 10 बजे से पांच बजे तक चलेगा। हालाकि कपड़ा बाजार में कोरोना के केस इतनी तेजी से बढ रहे हैं कि कई व्यापारियों ने स्वैच्छिक ढंग से दुकानें बंद करना शुरू कर दिया है।
मनपा की ओर से कोरोना के रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास किए जाने के बावजूद शहर में कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा। राज्य की आरोग्य सचिव जयंति रवि ने सूरत शहर में कोरोना के तेजी से बढने का यह अंतिम चरण है। सूरत के लोगों के लिए आगामी दो से तीन सप्ताह बड़े संवेंदनशील है। लोगों को सतर्क रहना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि सूरत में बीते दिनों कोरोना के उपचार में आवश्यक इंजेक्शन टोसिलीजुमाब नाम की इंजेक्शन की कमी के कारण मरीज परेशान हो गए थे। इस इंजेक्श की कालाबाजारी की आशंका को देखते हुए अब से डॉक्टर्स की कमेटी बनाई गई है। इसकी मंजूरी के बाद ही यह इंजेक्शन मिल सकेगी। गुरूवार को इंजेक्शन नहीं मिलने के कारण मरीज के परिवारजन अस्पताल में ही धरना पर बैठ गए थे।