कोरोना ने बीते तीन सप्ताह से सूरत में भयानक रूप धारण कर लिया है। मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ ही सूरत में कोरोना के कारण मृतकों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इसे देखते हुए प्रशासन ने अब से स्मशान घाट को रात में भी कार्यरत रखने का फैसला किया है।
अब से शहर के तीन स्मशान घाट पर रात के 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक भी घाट पर अंतिम विधि चलती रहेगी। इसके लिए प्रशासन ने 6 कर्मचारियों की ड्यूटी तय की है। मिली जानकारी के अनुसार सूरत शहर में कोरोना के कारण बड़ी तेजी से मरीज बढ़ रहे हैं। इसके चलते रोज 200 से ढाई सौ के करीब मरीज दर्ज हो रहे हैं। बड़ी संख्या में मरीजों की मौत भी हो रही है।
बीते दिनों बताया जा रहा था कि मृतकों के अंतिम विधि के लिए श्मशान घाट पर लाइन लगानी पड़ रही है। इसके चलते प्रशासन ने रात को भी इस से स्मशान घाट कार्यरत रखने का फैसला किया गया है। शहर के अश्विनी कुमार, उमरा एवं जहांगीरपुरा के स्मशान घाट में रात के 10:00 बजे सवेरे 6:00 बजे तक अंतिम विधि की जा सकेगी। इसके लिए मनपा की ओर से छह कर्मचारियों की ड्यूटी तय की गई है।
सूरत शहर और जिले में कोरोना संक्रमण की संख्या 9700 के पास पहुंच गई है। सूरत में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए दिल्ली एम्स के डॉक्टर की टीम पहुंच गई है। गुजरात के उच्च अधिकारियों की टीम पहले से ही सूरत में डेरा डाले हैं इसके पहले राज्य के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पहले ही आ चुके हैं।
एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने बताया कि सूरत में टोसिलिजुमैब और रेमेडिसिवर का बिनजरूरी ज़्यादा उपयोग कर रहे है। इसके अलावा उन्होनें शहर में कोरोनी की परिस्थिति की समीक्षा की।
कोरोना सूरतीओं पर हावी हो रहा
बीते तीन सप्ताह से कोरोना ने सूरत में भयंकर रूप दिखाना शुरू कर दिया है। कोरोना के कारण पूरे शहर में भय का माहौल पैदा हो गया है। सभी व्यापार उद्योग अब स्वैच्छिक बंद हो रहे हैं। सूरत में गुरूवार को को कुल 234 कोरोना पॉजिटिव मरीज दर्ज हुए। इसमें सूरत सिटी के 177 हैं और जिले के 57 हैं।
अब तक कोरोना के कारण शहर में कुल शहर में 8107 और जिले में 1594 केस दर्ज हुए हैं। कुल मिलाकर शहर और जिले में कोरोना संक्रमितो की संख्या 9701 पर पहुंच गई है। आज कुल 15 लोगों की मौत के साथ कुल 409 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें शहर के 350 और जिले के 51 मरीज हैं। इसके अलावा शहर और जिले में 180 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। अब तक कुल 6115 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। इस भयावह परिस्थिति को देखते हुए शहर में लोग स्वैच्छिक बंद की ओर बढ़ रहे हैं।
शहर के कई क्षेत्रों में लोगो ने कोरोना के भय के कारण स्वैच्छिक बंद करना शुरू कर दिया है। शहर के वराछा, कतारगाम, पूणा, रांदेर आदि क्षेत्रों में लोगो ने दो दिन पहले ही दुकाने स्वैच्छिक बंद कर दी है।