सस्ते मार्केट की दुकानों में शिफ्ट करने की सोच रहे कई व्यापारी!

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लॉकडाउन के कारण आर्थिक संघर्ष से गुजर रहे कपड़ा व्यापारी इन दिनों मुश्किल दौर से गुजर रहे है। कपड़ा बाजार में कई दुकानदारों में किराया नहीं माफ़ करने को लेकर व्यापारियों में असंतोष है। वह इन दिनों व्यापार नहीं होने के कारण ज़्यादा क़िराया चुका पाने में असमर्थ है। इसलिए कई व्यापारी कम क़ीमत वाली मार्कट में जाने का आयोजन रहे है। कुछ व्यापारियों ने तो शिफ़्ट होना भी शुरू कर दिया है और कुछ इस दिशा मे सोच रहे है।

कपड़ा बाज़ार के सूत्रों के अनुसार लॉकडाउन डाउन के दौरान 3 महीने का किराया माफ करने के लिए कपड़ा व्यापारियों ने दुकान के मालिकों से गुहार लगाई थी। कई स्थानों पर दुकान मालिकों ने किराया माफ किया और कई स्थानों पर अभी तक बवाल चल रहा है। ऐसे में कपड़ा व्यापारियों ने दुकानें शिफ्ट करना भी शुरू कर दिया है। जो मार्केट में अच्छे लोकेशन पर है और दुकानों की कीमत ज्यादा है। ऐसी मार्केटों की अपेक्षा कपड़ा व्यापारी कम क़ीमत वाले मार्केट में जाने का विचार कर रहे हैं।

कई मार्केट में व्यापारियों को मिल रहा अच्छा ऑफ़र
इस बीच कई नवनिर्मित मार्केटो में व्यापारियों को 3 महीने या 6 महीने तक आधा किराया और मेंटेनेंस माफ आदि की ऑफर भी की जा रही है। व्यापारी ऐसे मार्केट भी पसंद कर रहे हैं। व्यापारियो का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान व्यापार नहीं होने से उनकी आर्थिक हालत खराब है ऐसे में वह चाहते हैं कि दुकान के मालिक किराया माफ कर दें लेकिन कई दुकान मालिक इस मूड में नहीं दिख रहा है। लॉकडाउन के बाद व्यापार तो खुल गया है लेकिन अभी तक ग्राहक नहीं आ रहे हैं। आगामी कितने दिनों तक कोरोना का भय रहेगा और कब व्यापार शुरू होगा। इसका कोई ठिकाना नहीं है। ऐसे में किराए के तौर पर तगड़ी रकम दे पाना व्यापारियों के लिए मुश्किल हो रहा है इसके चलते कम किराए वाले दुकानों में चले जाना ही बेहतर है।

बड़ी मार्कट से मोह भंग हुआ
रिंग रोड पर किराए की दुकानों का भाड़ा ज्यादा होने से फिलहाल मेन रोड की दुकानों पर से किरायेदारों का मोहभंग हो रहा है। वह अंदर की मार्केट में या नए मार्केट में शिफ्ट कर रहे हैं। आगामी दिनों में कई दुकानदार अपनी दुकान शिफ्ट कर देंगे। फिलहाल माहौल ऐसा है कि एक बार दुकान खाली हो जाने पर दुबारा किराए पर चढ़ने में देर लग सकती है।

20 हज़ार 30 हज़ार किराए की दुकान में जा रहे व्यापारी
फोस्टा के रंगनाथ शारडा ने बताया कि व्यापारी लॉकडाउन के कारण परेशान है। उनकी स्थिति पहले से बिगड़ी है। वर्ष 2020 में भले कम व्यापार हो लेकिन वह कैसे भी टिके रहना चाहते है। इन दिनों व्यापार नहीं होने के कारण व्यापारियों को अनेक प्रकार के खर्च में दिक़्क़त आ रही है। इसलिए वह अपना खर्च कम कर रहे है। कुछ व्यापारियों ने दुकान कम तक दी तो कुछ कम क़ीमत वाले दुकानों में शिफ़्ट कर रहे है। इसके पहले व्यापारियों में दुकान मालिकों से किराया कम करने को कहा था। जिन्होंने कम कर दिया। वहाँ व्यापारी रूक गए लेकिन जहां किराया नही घटाया गया।वहाँ से व्यापारी शिफ़्ट कर रहे है।

जिनका प्लान पहले से था वह जा रहे हैं

मार्केट के व्यापारी जगदीश कोठारी ने बताया की पहले से ही व्यापारियों का कारोबार फ़िक्स होने के कारण कई व्यापारी जाना नही चाहते। जिन्होंनें पहले से ही अन्य मार्केट में जाने का आयोजन कर रखा था। वह शिफ़्ट कर रहे है। कई व्यापारी अभी आयोजन कर रहे है। लॉकडाउन के बाद व्यापारी किराए को लेकर परेशान है और यदि किराए पर बात नहीं बनी तो वह शिफ़्ट कर सकते है।