शहर के इन दोनों क्षेत्रों में कोरोना मरीजों की संख्या 3000 से ऊपर है। इन दोनों क्षेत्रों को अति संवेदनशील माना जा रहा है। दोनों ही क्षेत्रों में मनपा ने कोरोना संक्रमण रुकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाए हैं।
इसके बावजूद को रोना का संक्रमण बढ़ते जा रहा है। जी हां हम बात कर रहे हैं। शहर के कतारगाम क्षेत्र और लिंबायत जोन क्षेत्र की ।
फिलहाल शहर के कतारगाम जोन में देखा जाए तो कोरोना संक्रमितो की संख्या 1793 है और। लिंबायत जोन में 1187 पर पहुंची है। इसके अलावा वराछा जोन ए मे 994 वराछा जोन बी में 682 रांदेर जोन में 644, उधना जोन में 534, अठवा जोन में 503, कोरोना संक्रमित के आंकड़े हैं।
पूरे शहर में कोरोना संक्रमित ओं की संख्या 7112 पर है। आपको बता दें कि 1 महीने पहले लिंबायत जोन में बड़ी तेजी से कोरोना संक्रमितो की संख्या बढ़ रही थी। इसके बाद मनपा ने लिंबायत जोन को शहर के सभी हिस्सों से अलग कर एक टापू जैसा बना दिया था और यहां आने जाने के नियम भी बहुत सख्त कर दिए थे।
इस तरह से मन पानी यहां पर कोरोना संक्रमण पर काबू पाया। इसके बाद अनलॉक वन के दौरान जैसे ही हीरा कारोबार शुरू हुआ वैसे ही कतारगाम जोन में कोरोना संक्रमण की संख्या तेजी से बढ़ गई। इन दिनों लगभग 30 से 40 मरीज शहर में दर्ज होते हैं। रविवार की बात करें तो रविवार को शहर में 205 कोरोना पॉजिटिव मरीज हुए थे। इनमें स्वामीनारायण संप्रदाय के दो साधुओं को भी संक्रमण लग गया था।
इसके अलावा मनपा के चीफ सेक्रेटरी और सेक्रेटरी तथा सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर और नर्स को भी संक्रमण लग गया था। रोज इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज आने के बावजूद शहर में कई क्षेत्रों में लोग सोशल डिस्टेंस और मास्क नहीं पहनते। इन लोगों से मनपा प्रशासन ने कई बार अपील की है लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता।
सूरत मनपा कमिश्नर ने दो दिन पहले दिल्ली और मुंबई आने जाने वाले लोगों से कोरोना संक्रमण का भय अधिक रहता है यह कहा था। साथ ही उन लोगों से अपील भी की थी कि वह सूरत आने के बाद 14 दिन का पालन करें।