सूरत: कोरोना के इतने मरीज आज तक एक साथ नहीं दर्ज हुए!

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सूरत
सूरत में अनलॉक-1 के बाद कोरोना ने बड़ी तेज गति पकड़ी है। शनिवार को शहर में 100 के करीब कोरोना के मरीज मिलने के बाद रविवार को अब तक सबसे अधिक 150 मरीज दर्ज हुए। सूरत शहर में 150 और जिल्ले में 22 मिलाकर 172 नए केस दर्ज हुए। शहर में अब तक 3263 और जिल्ले में 322 मिलाकर कुल 3585 केस शहर और जिले में हो चुके हैं। इनमें से अब तक कुल 137 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें 132 शहर के और पांच जिले के है।


मिली जानकारी के अनुसार सूरत में अब कोरोना बड़ी तेज गति से आगे बढ रहा है। लॉकडाउन के बाद अनलॉक खुलने के साथ ही कोरोना की गति तेज हो गई है। रविवर को कुल 65 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। कुल अब तक 2379 लोगो को डिस्चार्ज किया जा चुका है। इसमें 201 जिले के है।

बताया जा रहा है कि बीते दिनों तक लिंबायक जोने में कोरोना के मरीजो की संख्या ज्यादा थी। लेकिन अब कतारगाम जोन में हीरा श्रमिकों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ रहा है। मनपा कमिश्नर की ओर से बारबार लोगों से सोशल डिस्टैंस का पालन करने और मास्क पहनने की अपील की जा रही है। इसके बावजूद कई क्षेत्रों में लोग लापरवाही बरत रहे हैं इसके कारण कोरोना के मरीजो की संक्या बढ रही है। मनपा की ओर से कतारगाम जोन में बीते दिनो हीरा बाजार में बिना मास्क के और सोशियल डिस्टैंस का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कार्यवाही भी कीगई थी।

हीरा श्रमिको को लॉकडाउन के दिनों का वेतन चुकाने के लिए गुहार

गुजरात डायमंड वर्कर यूनियन ने सूरत के कलक्टर को ज्ञापन देकर हीरा श्रमिकों को लॉकडाउन के दिनों का वेतन नहीं दिए जाने की शिकायत करते हुए इसकी व्यवस्था कराने की मांग की है।
गुजरात डायमंड वर्कर यूनियन ने कलक्टर को ज्ञापन में बताया है कि सरकार की ओर से लॉकडाउन के दिनों में पूरा पगार चुकाने और छंटनी नहीं करने को कहा था। इसके बावजूद हीरा श्रमिकों को वेतन नहीं दिया गया है साथ ही कई कंपनियां छंटनी कर रही है। इसके अलावा इन दिनो हीरा श्रमिक पहले से ही परेशान हैं ऐसे में कई कंपनियों में कम वेतन पर उनसे काम कराया जा रहा है। मंदी के बहाने हीरा श्रमिकों के वेतन में 40 प्रतिशत तक कमी की जा रही है। इसलिए कलक्टर से मध्यस्थी कर हीरा श्रमिकों से अन्याय नहीं हो ऐसी व्यवस्था करने की मांग की है।