सूरत
शहर में दो दिनों में लॉकडाउन के कारण दो लोगों ने आत्महत्या कर ली। पहली घटना में कोपोद्रा का युवक बहाने से अपनी प्रेमिका को मिलने जा रहा था। उसके पिता को पता चलने पर उन्होंने डाट लगाई। इस पर पुत्र ने फाँसी लगा ली। दूसरी घटना में लॉकडाउन में माइके में फँसी नवविवाहिता ने आत्महत्या कर ली।
पहली घटना
मिली जानकारी के अनुसार शहर के वराछा क्षेत्र में रहने वाले मूलतः अमरेली के सावरकुंडला के निवासी अजय कांति भाई ढोलकिया सूरत में हीरा श्रमिक के तौर पर काम करते थे।
शुक्रवार को अजय अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए घरवालों से बहाना बनाकर बाहर चले गया ।उसके पिताजी ने इस बात के लिए अजय को भला बुरा कहा जिसका बुरा लगने पर अजय ने उतरण स्थित तापी नदी के ब्रिज पर से छलांग लगा दी ।देर रात तक अजय घर पर नहीं लौटा तब अजय के पिता ने इस बारे में का कापोद्रा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी ।घटना के बाद शुक्रवार की सुबह अजय के चप्पल उत्तराण ब्रिज पर से मिला था। इसके बाद कोपोद्रा फायर ब्रिगेड के जवान नदी में उसकी जांच के लिए जुट गए और गुरूवार सुबह उसकी लाश बाहर निकाली ।उल्लेखनीय है कि अजय ने सुसाइड नोट लिखी थी जिसमें युवती के साथ अपने प्रेम संबंध होने की जानकारी दी है।
दूसरी घटना – नवविवाहिता ने लगाई फाँसी
पांडेसरा के कर्मयोगी सोसायटी में रहने वाली 21 वर्षीय वैशाली राकेश सालुंके ने शुक्रवार को पंखे से साडी बांधकर आत्महत्या कर ली ।बताया जा रहा है कि वैशाली की शादी 8 मार्च को कडोदरा में रहने वाले राकेश के साथ हुई थी ।शादी के दो दिन बाद वैशाली अपने मायके कर्मयोगी सोसायटी में आयी थी ।13 मार्च को वैशाली के पति राकेश के दादी की महाराष्ट्र में मौत हो जाने उसके सासु, ससुर तथा माता पिता गाँव गए थे । इस दौरान लॉकडाउन के कारण वह महाराष्ट्र में रुक गए ।वैशाली अपने दो भाई और भाभी के साथ यहीं पर थी ।प्राथमिक जाँच के दौरान बताया जा रहा है कि वैशाली भी गाँव जाना चाह रही थी, लेकिन कोई विकल्प नहीं होने के कारण वह फंस गई भी ।शुक्रवार को उसने पंखे से साडी बॉधकर आत्महत्या कर ली।घटना के बारे में अधिक जाँच पुलिस ने शुरू की है।