सूरत
रविवार को दर्ज किए गए कोरोना के 35 नए मामलों के साथ सूरत में कुल मामलों की संख्या 1055 तक पहुंच गई है, जिसमें से 703 लोगों को छुट्टी दे दी गई है। दो मौतों के साथ आज मरने वालों की संख्या बढ़कर 50 हो गई है। इनमें सिर्फ़ कोरोना के कारण मृतकों की संख्या पाँच है। बाक़ी को अन्य बिमारी भी साथ में थी।
नगर आयुक्त बनच्छनिधि पाणि ने कहा कि आज जिन दो लोगों की मौत हुई है उनमें कोरोना के साथ-साथ मधुमेह और रक्तचाप भी था। आयुक्त ने पहले भी कहा था कि केवल कोरोना के कारण मरने वाले रोगियों की संख्या बहुत कम थी।
उन्होंने आज कहा कि मरने वाले 50 लोगों में से पांच मरीज ऐसे थे, जो अकेले कोरोना से मरे थे। बाक़ी के अन्य को डायबिटीज़, कीडनी का रोग, हाइपर टेंशन सहित अन्य बिमारी भी थी।उन्होंने आगे कहा कि उच्च रक्तचाप, मधुमेह या उच्च रक्तचाप या किसी अन्य बीमारी से पीड़ित लोगों को कोरोना की तुलना में अधिक सावधानी की आवश्यकता होती है। वर्तमान में कोरोना से मृत्यु दर 4.7 प्रतिशत है, जबकि रिकवरी दर 66.6 है जो पूरे देश में सबसे अच्छी है। कमिश्नर में कहा कि जिन लोगों को पहले से कोई बिमारी हो उसे ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।
ओड़िशा में जाने वाली सभी ट्रेन रद्द करनी पड़ी! जाने क्यो?
सूरत से ओडिशा जाने वाली ट्रेन को ओडिशा में तूफान की आशंका के कारण रद्द किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार बंगाल की खाड़ी से तूफानी हवा के साथ एम्फोन तूफान आने की आशंका हवामान विभाग में व्यक्त की है। इसके चलते ओडिशा प्रशासन ने सतर्क होकर वहां वाहन व्यवहार पर प्रतिबंध लगा दिया है। अन्य राज्यों से आने वाले तमाम ट्रेनों को रद्द कर दिया है।
जिसका असर सूरत से ओड़िशा से जाने वाली ट्रेन पर भी पड़ा है।कलेक्टर से मिली जानकारी के अनुसार सूरत से जो ट्रेन जा रही थी उनको फिलहाल रोक दिया गया है। ओडिशा सरकार की ओर से मंजूरी मिलेगी तो यह फिर शुरू कर दी जाएगी।आपको बता दें कि उड़ीसा ट्रेन शुरू होने के बाद लगातार कोई ना कोई घटना के कारण वहां की ट्रेन और अवरोधित होते रही है।
कई बार वहां के प्रशासन के चलते ट्रेन रोकनी पड़ी है तो कई बार अन्य कारणों से ।आज तूफान की आशंका के कारण ट्रेन रोक देने से उड़ीसा जाने वाले लाखों श्रमिकों को निराशा का सामना करना पड़ा है।साथ ही ट्रेन कब शुरू होगी यह भी निश्चित नहीं होने के कारण हुआ परेशान हो गए हैं।