सूरत
सूरत आयकर विभाग की डीआई विंग ने गुरुवार सवेरे शहर के कोयला व्यापारियों और कपड़ा व्यापारी के यहाँ शुरू की सर्च की कार्यवाही में बड़े पैमाने पर दस्तावेज़ हासिल किए हैं. इन दस्तावेजों की जाँच आगामी दिनों में की जाएगी।विभाग का मानना है कि दस्तावेजों के आधार पर बड़ी रक़म की कर चोरी मिलेगी। आयकर विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरत में पहली बार आयकर विभाग ने कोयले के व्यापारियों को टार्गेट किया है। जिसमें की डुम्म्स रोड स्थित मोंटेसा बिल्डिंग में कार्यरत एस एन एंड ट्रेडलिंक,आदर्श कॉल और तरणजोत कोल तथा बरेली स्थित ऐश्वर्या डाइंग मिल सहित 20 स्थानों पर कुल छापेमारी की गई।
100 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ की गई कार्रवाई दूसरे दिनों भी तमाम स्थानों पर जारी रही। बताया जा रहा है कि जाँच के दौरान विभाग ने नक़द में ख़रीदी के हिसाब तथा बड़े पैमाने पर बैंक ट्रांजेक्शन और शेयर बाज़ार में निवेश, ज़मीन ख़रीद बिक्री आदि कि डॉक्युमेंट्स ज़ब्त किए हैं।इसके अलावा जिन लोगों ने नक़द में बड़े पैमाने पर ख़रीदी की है ऐसे लोगों की भी जानकारी विभाग को यहाँ पर मिली है।आगामी दिनों में उन लोगों की सूची बनाकर उनपर भी पूछताछ की जाएगी।विभाग का मानना है कि नक़द में ख़रीदी बिक्री करने के बाद पूरी जानकारी आयकर विभाग से छुपा लेते थे और बड़ी रक़म की टैक्स चोरी कर रहे थे।
डिपार्टमेंट ने कई स्थानों पर तक कंप्यूटर की हार्ड डिस्क मोबाइल तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक गजट आदि भी ज़ब्त किए हैं। जिनकी फॉरेंसिक जाँच की जाएगी साथ ही 12 से अधिक लॉकर तथा करोड़ों रुपया की नक़द व ज्वेलरी भी डिपार्टमेंट के हाथ लगी है।इन तमाम की जानकारी रिटर्न फ़ाइल ने बतायी गई है कि नहीं इसकी जाँच करने के बाद कर चोरी का आंकड़ा तय किया जाएगा।