छह दिन पहले आयकर विभाग ने शहर के बिल्डर सुराणा ग्रुप और यार्न व जमीन कारोबारी कंसल ग्रुप की जांच की थी। जिसमें मंगलवार शाम तक कंसल ग्रुप पर जांच पूरी हो गई थी जबकि सुराना ग्रुप के बाक़ी रहे पांच ठिकानों पर जांच बुधवार शाम को पूरी हो गई. दोनों ग्रुप से कुल 700 करोड़ के संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जांच के बाद बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी पकड़े जाने की संभावना है.
आयकर विभाग की डीआई विंग के एडिशनल डायरेक्टर विभोर बडोनी और डिप्टी कमिश्नर देवेन केशवाला के नेतृत्व में पिछले शुक्रवार को शहर में सुराणा ग्रुप और कंसल ग्रुप के कुल 22 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था. जिसमें दोनों ग्रुप के मालिक, पार्टनर, अकाउंटेंट भी शामिल थे. जबकि सुराणा ग्रुप की जाँच बुधवार शाम को समाप्त हुई।
बिल्डरों को दिए गए लोन, डायरी, सताख्ता, नकदी में लेन-देन समेत कागजात जब्त किए गए । विभाग ने कुछ दस्तावेज भी जब्त किए हैं, जिनसे पता चलता है कि फाइनेंस भी सुराना ग्रुप द्वारा किया गया था। दोनों जगहों से जब्त किए गए दस्तावेजों की जानकारी आईटी रिटर्न में दिखाई थी या नहीं सहित की जांच आईटी द्वारा की जाएगी। प्रथम दृष्टया बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी सामने आने की आशंका है.