सूरत
सूरत आयकर विभाग की डीई विंग ने गुरुवार को शहर के दो कोयला व्यापारी तथा एक प्रोसेसिंग यूनिट के संचालक के यहाँ छापेमारी की थी। दो दिनों तक चली कार्रवाई के दौरान विभाग को सभी स्थानों से ढाई सौ करोड़ के दस्तावेज़, चार करोड़ रुपए की नक़द व ज्वेलरी आदि मिली हैं। साथ ही 15 से अधिक बैंक लॉकर भी विभाग ने ज़ब्त किए हैं। आगामी दिनों में इन सभी की जाँच की जाएगी और व्यापारियों ने अपने आयकर रिटर्न फ़ाइल में इनका उल्लेख किया है कि नहीं इसका मिलान करने के बाद कर चोरी का आंकड़ा तय किया जाएगा।
आयकर विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरत आयकर विभाग ने दो दिन पहले 100 से अधिक अधिकारियों व कर्मचारियों से साथ डुम्म्स रोड पर स्थित मोंटेसा बिल्डिंग में कार्यरत एस एन ट्रेड लिंक, आदर्श कोल, तरन जोत कोल तथा बरेली में स्थित ऐश्वर्या ड्राइंग मिल छापेमारी की थी।इनके साथ जुड़े हुए कुल 20 से अधिक लोगों के यहाँ भी जाँच की गई थी।जाँच के कार्रवाई के दौरान विभाग को इनके यहाँ से बड़े पैमाने पर शेयर बाज़ार में निवेश के काग़ज़, ज़मीन ख़रीदी बिक्री के कागज़ तथा नक़द में ख़रीदी और अन्य कई शंकास्पद दस्तावेज़ हाथ लगे हैं।
विभाग को आशंका है कि इन लोगों ने आयकर विभाग को ख़र्च अधिक दिखाने के लिए भी कुछ बिल ख़रीदे थे। इन सभी की जाँच आगामी दिनों में की जाएगी। फ़िलहाल डिपार्टमेंट ने सभी स्थानों पर से मिले दस्तावेज़ ज़ब्त कर लिया है।,साथ ही कई स्थानों पर कंप्यूटर की हार्ड डिस्क मोबाइल तथा इलेक्ट्रॉनिक गजट भी विभाग ने जमा कर लिए है। जिनकी फॉरेंसिक जाँच होगी।आयकर विभाग का मानना है कि तमाम दस्तावेजों और बैंक लॉकर आदि की जाँच के बाद ही कर चोरी का ख़ुलासा हो पाएगा।