सूरत
कोरोना के रोग में उपयोग में ली जाने वाली दवा हाइड्रोक्सिक्लोरोक्विन को लेकर भारत और वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन आमने-सामने हैं। वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशनने
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का कोविड-19 के मरीजों पर क्लीनिकल ट्रायल सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अस्थायी तौर पर रोकने का फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि यह दवाई कोरोना के ईलाज में मरीजो के लिए सुरक्षित नही है। इसलिए इस पर रोक लगाया गया है।
बताया जा रहा है कि वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन की ओर से कोरोना के लिए जिन दवाओ पर ट्रायल चल रहा है उनमें से सिर्फ भारत की हाइड्रोक्लोरोक्विन पर प्रतिबंध लगाया गया है।
मी़डिया रिपोर्ट के अनुसार वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन के इस फैसले के खिलाफ भारत ने उसके सभी सूचना को मानने से इनकार किया है। अभी तक वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन पर कोरोना की बिमारी और प्रसरण में कई प्रकार के आरोप लग चुके हैं। भारत मे कोरोना के मरीजो को हाइड्रोक्लोरोक्विन दवा दी जा रही है। इसके अलावा भारत से कई देशों ने भी हाइड्रोक्लोरोक्विन दवा मंगाई है।
भारत से बड़े पैमाने पर इन देशो को यह दवा भेजी जा रही है। वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन ने भारत की दवा के ट्रायल पर रोक लगाने के निर्णय को लेकर सोशल मीडिया पर वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन के खिलाफ कई तरह की बातें चल रही है।
स्टेशन पर खड़ी थी लड़की, मदद करने के बजाय तीन लोगों ने….
पुणा क्षेत्र से गायब लड़की को अपहरणकर्ताओं से छुड़ाने के बाद पुलिस ने आप बड़ी तेजी से मामले की जांच शुरू की है। पुलिस को इस मामले में तीन लोगों की खोज कर रही है। जिसमें की सुमैया जाकिर और अयूब इन तीनों को ही पुलिस कई जगह पर छापेमारी कर ढूंढ रही है। अंकलेश्वर से अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटने के बाद किशोरी ने जो कुछ बताया वह सब के रोंगटे खड़े कर देने के लिए काफी है।
युवती ने बताया कि तीन महीने पहले अपने माता पिता से किसी बात पर झगड़ा होने के कारण वह मुंबई अपने बुआ के यहां चली गई थी। बुआ के यहां से युवती अपने प्रेमी से मिलने पहुंचे प्रेमी ने उसे समझा कर फिर से सूरत आने के लिए कहा और टिकट के पैसे भी दिए। वह सूरत के लिए ट्रेन में बैठी तो सही लेकिन गलती से भरूच पहुंच गई। भरूच पहुंचने के बाद वह समझ नहीं पा रही थी कि क्या करें ?
इस दौरान उसकी अकेलेपन का लाभ उठाकर सुमैया नाम की एक औरत उसके पास गई और मीठी मीठी बातें कर उसकी मदद करने के बहाने अपने घर ले गई। वहां सोमैया ने उसको जाकिर और अयूब के हवाले कर दिया। दोनो ने बारी बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। किशोरी बार-बार उन दोनों से गुहार लगाते रही कि उसे अपने माता-पिता के पास जाना है। लेकिन दोनों ने ही उसकी इज्जत को तार-तार कर दिया। बाद में उसे अंकलेश्वर ले जा कर देह विक्रय में बेच दिया। 2 महीने से वह बार-बार लोगों के हवस का शिकार बन रहे थे। इस दौरान उसे मौका मिलने पर उसने किसी महिला के फोन पर अपने माता-पिता को फोन कर सारी जानकारी दी। तब मामला सामने आने के बाद पुलिस ने इस लड़की को अपहरणकर्ताओं से छुड़वाया।