भारत की कोवैक्सिन को WHO और 30 देशों की मंजूरी जल्दी मिलने की उम्मीद

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वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन की ओर से भारत की कोरोना की वैक्सिन कोवैक्सिन को मंजूरी नहीं दिए जाने के कारण जो लोग कोवैक्सिन लगवा चुके हैं और जिन्हे विदेश जाना है। वह असमंजस में हैं। इस बीच एक नई खबर सामने आ रही है जिसमें कि बताया गया है कि भारत बायोटेक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन को जुलाई से सितंबर के बीच वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (WHO) से इमरजेंसी यूज की मंजूरी की उम्मीद है। पिछले यह मामला सामने आने के बाद भारत बायोटेक इसके लिए वर्ल्ड स्वास्थ्य संगठन में अप्लाई कर चुकी है। यदि मंजूरी मिल जाती है तो सितंबर से कोवैक्सिन लगवा चुके लोग भी विदेश यात्रा कर सकेंगे।

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कंपनी ने बताया कि अप्रूवल के लिए WHO-जिनेवा में एप्लीकेशन दी गई है। कोवैक्सिन को अब तक 13 देशों में मंजूरी मिल चुकी है। ज्यादातर देश अपने यहां आ रहे लोगों के वैक्सीनेशन पर जोर दे रहे हैं। जिन्हें टीका नहीं लगा है, उनके लिए RT-PCR टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट के साथ यात्रा कर सकते है। उल्लेखनीय है कि अभी तक भारत की कोविशिल्ड को ही मंजूरी दी गई थी। इस कारण जिन लोगों ने को वैक्सिन ले लिया है और आगामी दिनो में विदेश जाना है वह चिंतित है। विशेष तौर से पढाई के लिए जाने वाले विद्यार्थी परेशान है क्योंकि यदि को वैक्सिन को मंजूरी नहीं मिलती को कई लोगों को अपनी पढाई का छ महीना या साल बिगाडना पड़ सकता है।

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कोवैक्सिन को अब तब WHO ने अप्रूव नहीं किया है। विदेशी यूनिवर्सिटी और कई देशों ने ऐसे नियम बनाएं हैं कि WHO से अप्रूव वैक्सीन लगवा चुके लोगों को बिना पाबंदियों के विदेश यात्रा करने की छूट होगी। इससे सबसे ज्यादा प्रभावित विदेशी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले वे बच्चे होंगे, जिन्होंने भारत में कोवैक्सिन लगवाई है। इससे पहले केंद्र सरकार ने सोमवार को विदेश जाने वाले लोगों के लिए वैक्सीनेशन को लेकर नई गाइडलाइन जारी की थी। नए SOP के तहत विदेश में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स 28 दिन के बाद कभी भी कोवीशील्ड की दूसरी डोज ले सकेंगे।

इससे पहले यह नियम 84 दिन यानी का था। देश में रहने वाले लोगों के लिए यह नियम लागू नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि कई राज्यो में भी विदेश जाने वाले विद्यार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वैक्सिनेशन के नियम में थोड़ा परिवर्तन किया गया है। कुछ राज्यों में स्पेशल व्यवस्था की गई है। कुछ दिनों पहले ही गुजरात और महाराष्ट्र में विदेश जाने वाले विद्यार्थियों के लिए वैक्सिनेशन की व्यवस्था की गई थी। नए निर्देशों के अनुसार विदेश यात्रा के लिए सिर्फ कोवीशील्ड वैक्सीन लेने वालों को ही वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा। वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर पासपोर्ट नंबर का जिक्र अनिवार्य होगा। ये सुविधा 18 साल से ऊपर के उन लोगों के लिए है जो 31 अगस्त तक विदेश यात्रा करेंगे।