एक और जहां चीन अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा। वहीं भारत का कायमी दुश्मन पाकिस्तान भी अब भारत को परेशान करने के लिए नए-नए दांव अजमा रहा है।
मीडिया के अनुसार पाकिस्तान बीते दिनों में कई बार भारत में कोरोना संक्रमित फिदायीन भेजने की कोशिशें कर चुका है। जिसमें कि नाकामयाब रहा। पाकिस्तान की ओर से जून में 418 बार एलओसी पर युद्ध विराम का उल्लंघन किया गया। दरअसल पाकिस्तान इस तरह से ध्यान भटका कर कोरोना फिदायीन भारत में भेजना चाहता है।
पीओके और गिलगित बालटिस्तान में सेना के दो हज़ार से अधिक लोग संक्रमित हैं और 53 लोगों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि पीओके और गिलगित बालटिस्तान में पिछले कई दिनों से संक्रमण फैल रहा है और वहां की सरकार नाकामयाब है। पीओके के पाकिस्तानी आतंकियों के शिविर में बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हैं।
अब वहां की सरकार इन संक्रमितों को भारत में भेजने के प्रयास में है। उन्हें ट्रेनिंग देकर फिदायीन बनाया जा रहा है और ट्रेन हथियारों की ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
मीडिया के सूत्रों के अनुसार बीते दिनों एक आतंकी जोकि पाकिस्तानी आतंकी शिविर में था उसने अपने पिता के साथ बातचीत में इस बात का खुलासा किया था कि पाकिस्तानी आतंकी अब भारत में कश्मीर के माध्यम से करो ना भेजना चाह रहे हैं।
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
आयकर विभाग ने दिया 62361 करोड़ रूपए का रिफंड, आप का मिला?
आयकर विभाग की ओर से वर्तमान वित्तीय वर्ष में अप्रैल से 30 जून तक करदाताओं को 62361 करोड रुपए का रिफंड किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार रिफंड में 19 लाख करदाताओं को 23453 करोड रुपए व्यक्तिगत आयकर रिफंड जारी किया गया है।
वही 1.36 लाख कॉरपोरेट करदाताओं को 38908 करोड रुपए का रिफंड दिया गया है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स ने इस दौरान करदाताओं से अपील की है कि करदाता विभाग की ओर से दिए गए ईमेल का तुरंत जवाब दें ताकि उनके अकाउंट में जल्दी से रिफंड किया जा सके।
इसके पहले सीबीडीटी ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में 1 अप्रैल से 21 मई तक 1684298 करदाताओं को 26242 करोड रुपए के रिफाइंड दिए थे। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की ओर से रिफंड की प्रक्रिया को और तेज किया गया है। लॉकडाउन के दौरान जहां सभी लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। वही आयकर विभाग रिफंड की प्रक्रिया जल्दी कर लोगों को राहत देना चाहता है। आयकर विभाग ने बीते दिनों सभी आयकर कमिश्नर रेट को सूचना देकर किसी भी प्रकार का नोटिस करदाता को देने से पहले अनुमति लेने के लिए कहा था।
आयकर विभाग की ओर से करदाताओं की दिक्कतों का ख्याल रखते हुए लॉकडाउन में उन्हें परेशान ना होना पड़े इसलिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। जिन करदाताओं को अभी तक उनके रिफंड नहीं मिले हैं वह आनलाइन जा कर अपने स्टेट्स जाँच कर सकते है।