सूरत
मंगलवार की रात सूरत से गया लौटने के बाद सिवान आने के क्रम में बस में एक श्रमिक की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के कारण सूरत में व्यापार उधोग बंद होने से श्रमिक अपने राज्य लौट रहे है। ऐसे में उनके साथ कई घटनाएँ भी हो रही है। दो दिन पहले ओड़िशा के श्रमिक की ट्रेन में मोत होने के बाद बुधवार को बिहार के सिवान से श्रमिक की मौत की जानकारी सामने आ रही है।
बताया जा रहा है कि अनिल विश्वनाथ सिंह सूरत से श्रमिक ट्रेन से गया पहुँचने के बाद सीवान के लिए बस से जा रहा था उस दौरान गया से सिवान आने के दौरान रास्ते में ही अनिल की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बस में आ रहे श्रमिकों के अनुसार अनिल को तेज पसीना आया और उल्टी भी हुई। उपचार मिले इसके पहले कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया।
जीरादेई में जिला स्तरीय रिसीविग सेंटर पर बस पहुंचने के बाद तैनात कर्मियों में डर फैल गया।आनन-फानन में इसकी सूचना जीरादेई थाने को दी गई। कुछ ही देर में मृतक के स्वजन और मैरवा पुलिस भी वहां पहुंच गई। मृतक के स्वजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार नहीं थे। साथ आए मजदूरों से पूछताछ के बाद पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को मृतक के परिवार को दे दिया।
उल्लेखनीय है कि अनिल सिंह सूरत में मजदूरी करता था। लॉकडाउन के कारण काम बंद हो जाने से उनके पास खाने का सामान लेने के भी रूपए नही थे। कई दिनों तक सरकारी मदद और सामाजिक संस्थाएँ जो मदद कर रही थी इसके आधार पर वह टिका रहा। काफी जद्दोजहद के बाद क्षेत्र के दर्जनों लोगों के साथ घर आने का निर्णय लिया और दोस्तों के साथ मंगलवार को बिहार के लिए ट्रेन में बैठा।