सूरत
सूरत से अन्य राज्यों के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में ट्रेन जा रही है। यूपी बिहार और उड़ीसा के श्रमिकों के लिए सरकार ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुरू की है।अभी तक इन राज्यों में लगभग डेढ़ सौ ट्रेन सवा दो लाख श्रमिकों को लेकर जा चुकी है। इसके बावजूद अभी तक 400000 से अधिक श्रमिक वेटिंग में है प्रशासन ने अन्य राज्यों को ढाई सौ गाड़ियों के लिए सिविल बनाकर भेज दिया है।
सूरत से मई महीने की शुरूआत से ही अन्य राज्यों के लिए ट्रेन दौड़ाई जा रही है सबसे पहले ओडिशा की ट्रेन गई।इसके बाद बिहार झारखंड,उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के लिए भी ट्रेनें शुरू हो गई हैं।अब तक सबसे अधिक यूपी की ट्रेन गई है।अन्य राज्यों के श्रमिक सूरत में रुकना नहीं चाहते।इसलिए प्रशासन और जल्दी इन्हें भेजने के लिए प्रयास कर रहा है।सूरत के सचिन,पांडेसरा,वेड रोड,लिंबायत आदि क्षेत्रों में अन्य राज्यों के श्रमिक बड़ी संख्या में रहते हैं।
बीते दिनों पांडेसरा और वराछा क्षेत्र में श्रमिकों ने वतन जाने की मांग के साथ धमाल भी की थी।इनके चलते भी प्रशासन अब जल्दी इन श्रमिकों को वतन भेजने की तैयारी कर रहा है। सूरत कलेक्टर ने अन्य राज्यों के श्रमिकों के लिए ढाई सौ गाड़ियों का लिस्ट बनाकर यूपी,बिहार, उड़ीसा झारखंड सहित देशों को भेज दिया है।इनमें सबसे अधिक ट्रेन यूपी के लिए मांगी गई है। इसके बाद बिहार और उड़ीसा के लिए भी मांगी गई है।
यदि वहां की सरकार मंजूरी दे तो यह जाएंगी। आपको बता दें कि सूरत प्रशासन ने श्रमिकों को ले जाने के लिए विशेष व्यवस्था की है।यहां पर सिटी बस के माध्यम से श्रमिकों को मेडिकल जांच के बाद रेलवे स्टेशन तक ले जाया जाता है।!इसके बाद उन्हें ट्रेन में बिठाया जाता है मनपा की ओर से संचालित सिटी बस से उनका किराया नहीं लिया जाता है।