हीरा उद्योग में लॉकडाउन के बाद लगातार एक के बाद एक तक पार्टी उठने की जानकारी सामने आ रही है। लॉकडाउन के बाद अनलॉक में जब से व्यापार उद्योग शुरू हुए है तब से अब तक सूरत और मुंबई में कुल २०० करोड़ रूपए से ज्यादा मे कई पार्टियाँ पलायन कर गए होने की जानकारी सामने आ रही है!
बीते तीन दिन से मूलत: भावनगर का एक व्यापारी जो कि बीते लंबे समय से महिधरपुरा हीरा बाज़ार मे कोराबार करता था। वह नहीं दिखने के कारण उसने पलायन किए होने की चर्चा चल चल रही है। वह भावनगर उसे सूरत के हीरा व्यापारियों से माल ख़रीदता था।
बताया जा रहा है कि इसका फ़ोन बंद आ रहा हैऔर घर भी बंद है। कुछ लेनदार इसके घर भी गए थे लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी। बताया जा रहा है कि यह हीरा व्यापारी लॉकडाउन मे समय पर पैमेन्ट नहीं मिलने के कारण आर्थिक तौर पर परेशान था। इसके कारण कहीं चला गया है। उसके पास सूरत और भावनगर के हीरा कारोबारियों के ३० करोड़ रूपए फँस गए हैं।
उल्लेखनीय है कि हीरा उद्योग मे समय पर पैमेन्ट नहीं मिलने के कारण कई उद्यमियों की हालत पतली हो गई है। एक ओर पैमेन्ट नहीं मिल रहा और दूसरी ओर बैंक से लोन नही मिलने के कारण हीरा उद्यमी परेशान हो गए है।
लॉकडाउन के बाद अनलॉक मे सूरत, मुंबई और एन्टवर्प में कई पार्टीयाँ पलायन कर गई है। इनमे सूरत को हीराकारोबारियों के अंदाज़न ४०० करोड़ रूपए फँस गए है। आनेवाले दिनों मे पलायन और बढ सकता है।
पलायन की घटनाओं मे सबसे ज़्यादा छोटे और मध्यमवर्गीय हीरा काराबारियों के रूपए फँसे है।
बड़े हीरा उद्यमी तो जैसे तैसे कर अपना काम चला लेंगे लेकिन छोटे हीरा उद्यमियों को दिक़्क़त आ सकती है। एक ओर कोरोना के कारण व्यापार नहीं शूरू हो पा रहा और दूसरी ओर पार्टी पलायन की घटनाओं ने छोटे और मध्यम हीरा कारोबारियों की नींद हराम कर दी है।