सूरत में कोरोना केस बढ़ रहे है। उसे देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और राज्य के सचिव, अग्र आरोग्य सचिव, कलेक्टर, मनपा कमिश्नर सहित तमाम लोगों की मीटिंग हुई। इस बैठक में शहर में संक्रमण रोकने के लिए क्या किया जा सकता है।
इस पर चर्चा की गई। साथ ही सूरत टेक्सटाइल मार्केट के बारे में भी चर्चा हुई। इस चर्चा के बाद यह तय किया गया कि रविवार को पुनः इस बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा कर जिस मार्केट में ज़्यादा केस मिलेंगे वह चालू रहेंगे या बंद होंगे इस पर फैसला किया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने शहर की वर्तमान स्थिति को ध्यान में देते लेते हुए 200 वेंटीलेटर देने की बात कही है।
सूरत में कोविड हॉस्पिटल और किडनी हॉस्पिटल बनाने के लिए 100 करोड रुपए भी आवंटित करने की बात की है। उन्होंने यह भी कहा कि सूरत में फिर से लॉकडाउन नहीं लगेगा। अब हमें ही लॉकडाउन के बीच कोरोना के बीच रहता सीखना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि पीछे बीते 4 दिन से सूरत में करुणा की तेजी से बढ़ रहे हैं। प्रतिदिन 180 की कोरोना के मरीज हो रहे हैं। अब तक सूरत में मृतकों की संख्या 200 के पार चली गई है। बीते 6 दिन में ही के 1000 में दर्ज हुए हैं। सूरत जिले में भी कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
सूरत की परिस्थिति पर बारीकी से नजर रखी है। अहमदाबाद हॉटस्पॉट बना था लेकिन अब सूरत हॉटस्पॉट बन गया है इसे देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री आड़े आए स्थिति का जायजा लिया।
सूरत में कोरोना के केस बढ़ने कारण और सूरत टैक्सटाइल मार्केट में केस मिलने से वहाँ की पाँच दुकान सील की जा चुकी है। प्रशासन की ओर से बार-बार नियम पालने को कहा जा रहा है। इसी तरह से हीरा बाज़ार पूरा बंद करा दिया गया।
फोस्टा के प्रमुख मनोज अग्रवाल और रंगनाथ शारडा ने बताया कि कपड़ा मार्केट में जिस तरह से कोरोना के केस बढ रहे है। उससे प्रशासन चिंतित है और कपड़ा बाज़ार में आगे किस तरह से कोरोना पर नियंत्रण लगया जाए इस पर विचार करने के लिए सांसद सीआर पाटिल के नेतृत्व में मनपा के साथ फोस्टा के पदाधिकारियों की मीटिंग है।जिस मार्केट में ज़्यादा मरीज मिलेंगे वह मार्केट खुले रहेंगे या नहीं इस पर भी चर्चा होगी।