सूरत में लूट करने आ रहे छह लूटेरे पकडाए!

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सूरत मे पहले से ही लॉकडाउन के कारण व्यापार उद्योग की हालत ख़राब है। लोग परेशान है। ऐसे में सूरत से एक बड़ी घात टल गई। सूरत मे लूट के इरादे का पर्दाफ़ाश हुआ है। मेहसाणा की लोकल क्राइम ब्रांच ने महेसाणा से सूरत लूट के इरादे से जा रही छ लोगों की गैंग को रास्ते में ही पकड़ लिया।

मेहसाणा पुलिस के अनुसार सोमवार सवेरे 9:30 बजे के करीब मेहसाणा जिला की लोकल क्राइम ब्रांच ने शहर के बाईपास के नजदीक नुगर चौकड़ी के पास खड़े कुछ लोगों को शक के आधार पर पकड़ कर जब कड़ी पूछताछ शुरू की तो पता चला कि यह लोग सूरत में लूट के इरादे से आ रहे थे इनके पास घातक हथियार भी मिले। इनकी गाड़ी की जांच करने पर कई अन्य चीजें भी मिली। पुलिस ने जिन लोगों को पकड़ा है उनमें अमर सिंह अहमदाबाद के अपहरण के गुना में पहले से ही वांटेड है।

इसके अलावा किरण सिंह झाला ऊंझा में 36 लाख रुपए के एटीएम चोरी में शामिल है।रिजवान आंगड़िया की लूट और मारामारी जैसे आरोप में शामिल है। भावेश परमार बाइक चोरी के गुनाह में शामिल है। इसके अलावा कमलेश ठाकुर और किरण सिंह विनय सिंह झाला की भी पुलिस ने धरपकड़ की है।पुलिस का मानना है कि यह पहले और कई मामले में शामिल होने की आशंका के आधार पर जाँच पड़ताल शुरू की गई है।

कपडा व्यापारियों को ठगनेवाले पकड़ाए

सूरत के पुणे मुंबई मार्केट रोड पर कपड़े की दुकानें खोलने के बाद करोड़ों का माल खरीद कर पलायन कर जाने वाले राजस्थान के दो भाइयों के खिलाफ सहित तीन जनों के खिलाफ उधना पुलिस स्टेशन में 97 लाख रुपए की धोखाधड़ी की शिकायत अक्टूबर महीने में दर्ज की गई थी।

सूरत क्राइम ब्रांच ने इस आरोप में चौहान भाइयों में से एक उनके साथ शामिल अन्य एक को बनासकांठा से धर दबोचा है। मिली जानकारी के अनुसार कान्हा के लेस पट्टी के कारखाना मालिक विजय भाई विट्ठलभाई गोरा ने गत अक्टूबर 2019 में उधना पुलिस स्टेशन में महेंद्र सिंह पहाड़ सिंह चौहान विक्रम सिंह पहाड़ सिंह चौहान और चेतन सिंह हेम जी भाई के खिलाफ 97.94 लाख रुपए की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी।

सूरत क्राइम ब्रांच के हेड कांस्टेबल राजेंद्र गिरीश भाई और फरीद खान नसीब खान को मिली जानकारी के अनुसार पीएसआई सीआर देसाई और उनकी टीम ने बनासकांठा के जाट गांव से चेतन सिंह हेम जी उमट और विक्रम सिंह पहाड़ सिंह चौहान को उधना पुलिस स्टेशन में दर्ज आरोप के मामले में पकड़ लिया। उल्लेखनीय है कि यह दोनों बनासकांठा में लंबे समय से हैं लेकिन खुद को राजस्थान का बताते हैं।