आर्थिक संकट से जूझ रही माता ने दो बच्चों को कुवें में फेंका

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सूरत
हालोल तहसील के रायणवडिया गाँव में पति पत्नी के बीच हुए झगड़े में माता ने दो बच्चों को कुंवे में फेंक दिया।दोनों बच्चों की मौत हो गई।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हालोल तहसील के रायणवडिया गांव में रहने वाले प्रताप खीमजी राठवा मजदूरी काम करके अपने परिवार का गुजरात चलाते है।

लॉकडाउन में काम धंधा बंद हो जाने से घर खर्च चलाना मुश्किल हो गया था।इस सिलसिले में रविवार को प्रताप राठवा और उसकी पत्नी चंपाबेन के बीच झगड़ा हुआ झगड़े में उग्र होने के कारण चंपा बेन नाराज हो गई।कई दिनों से काम धंधा नहीं मिलने के कारण उनके यहां भोजन की समस्या भी होने लगी थी।इन कई कारणों से चंपा मैंने अपने दोनों बच्चों को कुवें में डाल दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और सत्य का पता लगा रही है।चंपाबेन के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है।


उल्लेखनीय है कि कोरोना में लॉकडाउन के कारण देशभर में व्यापार धंधा बंद होने से लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं।श्रमिक वतन पलायन कर रहे हैं ।ऐसे में देहाडी मजदूरी करके गुजरान चलाने वालों की हालत भी पतली हो चुकी है। अब तक सामाजिक संस्थाएं और राज्य सरकार की ओर से मिलने वाली मदद पर सभी लोग आश्रित थे ।

अब सामाजिक संस्थाओं की ओर से मिलने वाली मदद लगभग बंद हो जाने के कारण कई लोगों को जीवन का निर्वाह चलाने में मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि राज्य सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किया जा रहा है लेकिन फिर भी कहीं से छिटपुट घटनाएं सामने आ रही है।