कपडा मार्केट में बीते 10 दिनों से किराए को लेकर किराए के कई दुकानों के मालिकों और दुकानदारों के बीच मनमुटाव चल रहा है। कुछ मालिकों ने दुकानों का किराया माफ कर दिया लेकिन कई अभी भी किराए की डिमांड कर रहे हैं। इसे लेकर शनिवार को कपड़ा बाजार से जुडे़ तमाम घटकों की मीटिंग हुई। हालाकि मीटिंग में कोई फैसल नहीं हो सका।
मिली जानकारी के अनुसार कुछ दुकानदार किराया कम करने या छो़ड़ने के लिए सहमत थे लेकिन कुछ का कहना था कि उनका खर्च दुकानों के किराए पर चलता है। ऐसें में एक निर्णय आना मुश्किल था। लॉकडाउन के बाद से व्यापार बंद है और आगामी कितने दिनों तक व्यापार चलेगा यह भी तय नहीं है। ऐसे में व्यापारियों की हालत खराब हो गई है। दुकान का भाड़ा, स्टाफ का खर्च, घर का खर्च, बैंक लोन आदि चुका पाना मुश्किल हो रहा है।
कई मार्केटों में तो खुद ही मालिकों ने किराया माफ कर दिया है। कई मार्केट मे मेन्टेनेंस माफ किया गया है। बीते कुछ दिनो से बड़े पैमाने पर किराया माफ करने की मांग हो रही थी। फोस्टा की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ती में बताया गया है कि सलाबतपुरा पी.आई.एम.वि.किकाणी की ओर से बुलाई गई मीटिंग में फोस्टा के सदस्य, सुरत शहर ए.सी.पी. एम.बी.वसावा टैक्सटाइल मार्केट के अन्य घटक उपस्थित रहे। सुरत टेक्सटाइल मार्केट बोर्डरूम में शाम 5 बजे आयोजित मीटिंग में फोस्टा द्वारा पुलिस अधिकारी आर.बी.भ्रह्मभट्ट को रिंगरोड में क्राइम प्रोटेक्शन सेल की शाखा बनाने के लिये दिए गए ज्ञापन की बात हुई|
जिसमे फोस्टा द्वारा बताया गया की सुरत के व्यापारियों का बहार की मण्डियो के साथ साथ आपसी व्यापार में काफी लेन-देन है तथा इन सब परिस्थितियों में सहयोग व समझदारी के साथ आपसी विवादों से बचने के साथ साथ गलत मानसिकता के आर्थिक अपराधो के खिलाफ क्राइम प्रोटेक्शन सेल की आवश्यकता रहेगी|
जिससे क्राइम प्रोटेक्शन सेल की रचना जल्द से जल्द रिंगरोड विस्तार में करने की बात कही गईआज की मीटिंग में मार्केट में दुकान भाड़े को लेकर भी चर्चा विचारणा हुई| जिसमे सभी के अलग अलग मत होने की वजह से फोस्टा ने इस विषय में सभी मार्केट के अध्यक्ष/मंत्री, पदाधिकारियों से योग्य समीक्षा कर आगामी दिनों में उचित निर्णय लेने की बात कही|