डेस्क
भारत में कोरोना के मरीज़ों की संख्या एक लाख के क़रीब पहुँच गई है। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के लाखो प्रयास के बाद भी कई राज्यों में कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए कई राज्यों में कड़े नियम लागू किए जा रहे है। कई राज्यों ने लॉकडाउन में कोई छूट नही है तो कुछ अन्य राज्यों से आनेवाले लोगों पर प्रतिबंध लगा रहे है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार कोरोना के ख़िलाफ़ बचाव में अपने राज्य में 31 मई तक चार स्टेट गुजरात, महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु लोगों को प्रवेश की इजाजत नहीं देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री बी.एस.येदियुरप्पा ने बताया कि कर्नाटक के कंटेनमेंट ज़ोन्स में लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जाएगा. इसके अलावा जहां पर मामले कम हैं और कोरोना के दायरे से बाहर हो चुके हैं वैसे क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों की अनुमति दी जाएगी।
रेड जोन और कंटेनमेंट जोन को छोड़ कर राज्य के सभी चार परिवहन निगमों को बस सेवा शुरू करने की अनुमति दी। निजी बसों को भी परिचालन की अनुमति दी गई है।
बसों में केवल 30 यात्रियों को ही यात्रा की इजाजत है और मास्क लगाना और सामाजिक दूरी का पालन करना सबके लिए जरूरी होगा।कर्नाटक में कुल सक्रिय मामलों की संख्या अब 672 तक पहुंच गई. राज्य में अब तक मरने वालों की कुल संख्या 37 हैं।
उन्होंने बताया कि रविवार को पूरे राज्य में पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा।उन्होंने बताया कि राज्य में सभी दुकानों को खोलने की अनुमति होगी। इसके अलावा सभी ट्रेनों को भी राज्य के भीतर चलने की अनुमति प्रदान की जाएगी।
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अंजनी इन्डस्ट्रियल एस्टेट के 20 लूम्स यूनिट मंज़ूरी के बाद खुले!!!
सूरत
लॉकडाउन 3 के दौरान धीरे धीरे कुछ औघोगिक इकाइयों को कड़ी शर्ते रखकर कारखाना शुरू करने की अनुमति दी जा रही है। दो दिन पहले सचिन जीआईडीसी में कलक्टर की मंज़ूरी के बाद कुछ कारख़ाने शुरू हुए थे। इसके बाद अब अंजनी इंडस्ट्रियल एस्टेट में कुछ लूम्स कारखाना शुरू होने की जानकारी सामने आ रही है।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत से लगभग 20 किलोमीटर दूर अंजनी इंडस्ट्रियल एस्टेट में लगभग 20 लूम्स यूनिट शुरू की गईं। निर्माताओं ने दो दिन पहले कलेक्टर को सौंपकर इकाइयों को शुरू करने का आग्रह किया था।
अंजनी एस्टेट में और इसके आसपास कई औद्योगिक क्षेत्र हैं। यह क्षेत्र बड़ी संख्या में अन्य राज्यों कारीगरों के है। जो लोग अपने गृहनगर वापस नहीं जा सके। वीवर्स का कहना है कि उनके लिए रोजगार प्रदान करने के लिए विभिन्न इकाइयाँ शुरू की गई हैं।
अंजनी इंडस्ट्रियल एस्टेट के वीवर विजय मांगुकिया में बताया कि कलक्टर और ज़िला उधोग केन्द्र से मंज़ूरी लेने के बाद अब से वहाँ पर लगभग २० लूम्स कारख़ाने शुरू हो चुके है। यहाँ पर अंदाज़न १००० लूम्स यूनिट है।