नई दिशाः अब सूरत के हीरा उद्यमी कर रहे लैबग्रान रफ हीरो का निर्यात

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सूरत
मंदी के दौर से गुज़र रहे सूरत के हीरा उद्यमी नए विकल्प की तलाश में है। कई उद्यमियों ने व्यापार के नए रस्ते ढूंढना शुरू कर दिया है। इन प्रयासों के चलते नैचरल हीरों का गढ़ माने जाने वाला सूरत अब लैबग्रान डायमंड में भी नए क्षितिज को छू रहा है। लैबग्रान डायमंड के क्षेत्र मे हीरा उद्यमियों ने अपना वर्चस्व बनाना शुरू कर दिया है। बीते कुछ वर्षो से सूरत से बड़े पैमाने पर लैबग्रान रफ डायमंड विदेशों में भेजा जा रहा है।सूरत अब लैबग्रान रफ डायमंड के लिए भी केन्द्र बन रहा है।
वर्तमान वित्तीय वर्ष की बात करें तो बीते 4 महीने में 21 मिलियन यूएस डॉलर का लैबग्रान रफ डायमंड का निर्यात किया जा चुका है।

——9 हज़ार लैबग्रान डायमंड रिएक्टर
हीरा उद्योग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरत नेचरल हीरों का केंद्र माना जाता है।90 प्रतिशत से अधिक हीरा सूरत में तराशे जाते हैं ।सूरत में तैयार होने वाले नेचरल हीरे ज़्यादातर रूस, ऑस्ट्रेलिया, ज़िम्बाब्वे, दक्षिण अफ़्रीका में से आयात किए जाते हैं लेकिन अब सूरत में हीरा उद्योग ने करवट बदली है और सूरत में बड़े पैमाने पर लैबग्रान डायमंड का काम होता है।सूरत के कई उद्यमी लैबग्रान डायमंड का उत्पादन भी कर रहे हैं।एक अंदाज़ के अनुसार सूरत में 9 हज़ार के क़रीब डायमंड रिएक्टर रहा है जिनमें की लेबग्रॉन डायमंड बनाया जाता है।लेबग्रॉन डायमंड की डिमांड दुनिया में लगातार बढ़ते जा रही है जिसके चलते इस सेक्टर काम बढ़ा है।
——-नेचरल हीरो का विकल्प बना लैबग्रान हीरा

सूरत में लेबग्रॉन डायमंड का बड़े पैमाने पर उत्पादन होने के कारण दुनिया के कई देशों में यहाँ से निर्यात किया जा रहा है।हालाँकि वर्तमान समय में लेबग्रॉन डायमंड में भी मंदी का दौर है लेकिन उद्यमियों का मानना है कि आने वाले दिनों में लेबग्रॉन डायमंड हीरा पसंद करने वाले लोगों के लिए एक नया विकल्प बनकर उभरेगा। बीते दो साल से नेचरल हीरा उद्योग में मंदी का दौर है ऐसे में कई हीरा उद्यमी अब लैबग्रान का भी काम कर रहे है। इसके चलते बड़ी संख्या में हीरा श्रमिको को रोज़गार मिल रही है।

रफ लैबग्रॉन डायमंड का एक्सपोर्ट
महीना———निर्यात ( मिलियन)
अप्रेल —3.22
मई—-6.28
जून——7.09
जुलाई—-4.32

-मोटी साईज़ के हीरो का निर्यात
चीन मे पतली साइज़ के लैबग्रान रफ डायमंड( एचपीएचटी) एक्सपोर्ट किए जाते हैं जबकि सूरत में बड़ी साइज़ के लैबग्रान डायमंड तैयार होते हैं। विदेश के जिन उद्यमियों को बड़ी साइज़ के लैबग्रान रफ डायमंड की ज़रूरत है वह सूरत से इंपोर्ट कर रहे हैं। सूरत के हीरा उद्योग के लिए अच्छी संभावना है।
विजय माँगुकिया, रीजनल चेयरमैन, जीजेईपीसी

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