कोविड होस्पिटल में बीते कुछ दिनों से लगातार मरीजों के उपचार को लेकर लापरवाही की शिकायत आ रही थी। इस बारे में कोर्ट तक शिकायत की जा चुकी है। इन सबको देखते हुए राज्य प्रशासन ने सिविल हॉस्पिटल की कोविड केयर हॉस्पिटल में 30 कैमरे लगाने का फैसला किया है। यह कैमरे सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय कार्यालय से जुड़े होंगे। ताकि इस पर सीधे राज्य के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी देख सकेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार कोविड हॉस्पिटल में बीते कुछ दिनों से लगातार मरीजों के परिवार जन करुणा के मरीजों कोई अच्छे से देख रेख करने में लापरवाही सहित कई प्रकार की शिकायतें कर रहे थे। जिसके चलते प्रशासन ने अब खुद ही इस मामले पर नजर रखने का फैसला किया है।
जल्दी ही सिविल हॉस्पिटल में 30 सीसीटीवी कैमरे लगा दिए जाएंगे। यह सीसीटीवी कैमरे सिविल हॉस्पिटल में अंदर प्रवेश करने के रास्ते पर केस पर ओपीडी में, पार्किंग में। आईसीयू में और अलग-अलग मंजिलों पर लगाए जाएंगे। इनका कनेक्शन सीधे मुख्यमंत्री के कार्यालय से जोड़ दिया जाएगा।
कोविड हॉस्पिटल में सीसीटीवी कैमरे लगाने के बाद डॉक्टर और मरीजों की ओर से होने के परिवार जनों की ओर से होने वाली तमाम गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी। यह सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। सूरत में प्रतिदिन बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज आ रहे हैं ऐसे में हॉस्पिटल में भी उपचार के लिए बड़ी संख्या में मरीज दाखिल है।
कई बार मरीज के परिवार जनों को डॉक्टर के उपचार पर शिकायत होती है। और छोटी छोटी बातें भी बन जाती हैं। इन सब चीजों से नजर रखी जा सकेगी। अभी शुक्रवार की बात करें तो एक परिवार ऐसा आरोप लगाया कि उसके सनकी जनकी कोरोना के बाद मौत हो जाने पर भी अंतिम विधि हो गई। लेकिन परिवार जनों को कोई जानकारी नहीं दी गई इस तरह के कई आरोपों के चलते राज्य प्रशासन ने यह फैसला लिया है।