चीन की ओर से भारत के सैनिकों को धोखे से मारने की घटना के सामने आने के बाद देश भर में नाराजगी का माहौल है। व्यापारियों की संस्था कॉन्फिडरेशन ऑफ ऑल इंडिया (कैट )ने ऐसे में चीन के सामान का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
बीते 41 दिन से चीन और भारत के बीच लद्दाख सीमा पर विवाद चल रहा है।कॉन्फ़िगरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स में कुछ दिनों पहले ही चीन की इस रवैया का विरोध करते हुए चीन के माल का विरोध करने का फैसला किया था।
कैट ने इसके लिए देशव्यापी मुहिम भी शुरू की है।कैट का कहना है कि चीन की कई वस्तुएं जो भारत में आयात होती हैं।वह भारत में भी बन सकती हैं ऐसे में हम चीन की वस्तुएं खरीद कर अपनी अर्थव्यवस्था को कमजोर कर रहे हैं। कैट ने चीन की 3000 से अधिक वस्तुओं की सूची बनाई है जो कि भारत में भी बन सकती है।
सोमवार की रात जिस तरह से भारतीय सैनिकों पर हमला करके उनकी जान ले ली ऐसे में देश भर में चीन के खिलाफ भयंकर आक्रोश है।
कैट के गुजरात रीजन के प्रमुख प्रमोद भगत ने बताया कि कैट की ओर से पांच सौ वस्तुओं की सूची जारी की गई है जो कि भारत में बनती है इन वस्तुओं को भारत में नहीं आयात करने की मांग की जाएगी। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल तथा केंद्र सरकार के सामने कैट यह प्रस्ताव रखेगा की जो चीजें भारत में नहीं बन सकते हैं उन चीजों के उत्पादन के लिए भारत में व्यवस्था खड़ी की जाए।