गुजरात में छह महानगर पालिका चुनाव के परिणामों में भाजपा ने सत्ता की चाबी ले ली है। कांग्रेस का परिणाम निराशानजनक रहा। वहीं आप ने सूरत में पहले ही चुनाव में शानदार एन्ट्री की है। आप की इस तरह की विजय को सूरत में विधानसभा के चुनाव के साथ भी अलर्ट के तौर पर देखा जा रहा है।
साथ ही अब आगामी चुनावों के लिए भी अन्य पार्टियों को दोहरी तैयारी करनी पडेगी। मनपा चुनाव के टिकिट बंटवारे में कांग्रेस ने अंतिम समय पर पास के कार्यकर्ताओं को टिकिट नहीं देने के कारण नुकसानी का सामना करना पड़ा। जिसका सीधा फायदा आप को हुआ। बीजेपी को इसका लाभ बहुत ही कम मिला। अब फैक्टर उस क्षेत्र के मतदाताओं का मन बताता है कि उन्हें सिर्फ बीजेपी के नाम से नहीं लुभाया जा सकता। अभी भी वह पाटीदार आंदोलन का समर्थन कर रहे है।
पिछली बार मनपा के चुनाव में सूरत में कांग्रेस को वराछा, कतारगाम, अमरोली आदि क्षेत्रों में ही बढत मिली थी। इस बार इन क्षेत्रों में कांग्रेस की चूक का खामियाजा आप पार्टी के लिए लाभदायक हो गया। राजनितिक पंडितो का कहना है कि यदि इन क्षेत्रों में आप अपने काम से मतदाताओं का मन लुभा लेती है तो बीजेपी, कांग्रेस सहित सभी पार्टियों के लिए विधानसभा के चुनाव में नई चुनौती खड़ा कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि मनपा चुनाव के पहले सूरत में आप को 10 सीट में विजयी माना जा रहा था, लेकिन आप ने उससे बेहतर प्रदर्शन किया। इससे अन्य पार्टियों में मंथन चल रहा है। यदि आप पार्टी अगले साल गुजरात में विधानसभा में अपनी चुनावी बिसात सही से बिछाने में सफल रही तो यह चुनाव टक्कर का हो सकता है।