कोरोना के कारण लोगों की दिनचर्या बदल गई है। कोरोना के भय के कारण सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन में भी परिवर्तन होने लगा है। कोरोनावायरस लोगों में इतनी चिंता पैदा कर दी है कि जहां किसी समय में एक साथ सैकड़ों लोग इकट्ठा होते थे। वहां अब गिनती के लोग भी इकट्ठा नहीं होते।
सूरत में प्रशासन ने भी कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले के लिए है। अब से सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन अनिवार्य करना पड़ेगा। साथ ही सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है उनको मानना भी अनिवार्य कर दिया गया है।
इसका उल्लंघन करने वालों को खिलाफ कार्यवाही की जा सकती है। अब से शादी ब्याह के मामलों में भी कोरोना की गाइडलाइन का पालन करना होगा। नई गाइडलाइन के अनुसार बारात में जाने वालों को पहले सैनिटाइजर से हाथ साफ करना होगा और तलवार लेकर बड़े शौक से फोटो खींचने वाले बराती और दूल्हा दुल्हन को मुंह पर मास्क पहनना जरूरी हो गया है।
अब से शादी ब्याह में सिर्फ 50 लोग बराती के तौर पर जा सकेंगें। वहां उपस्थित तमाम लोगों को मास्क पहनना ही पड़ेगा। संगीत संध्या और भोजन आदि के कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
शादी के लिए की गई फोर व्हीलर में तीन व्यक्ति और टू व्हीलर पर सिर्फ दो व्यक्ति ही बैठ सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि इस इस गाइडलाइन के बाद लोगों में कई तरह के मजाक शुरू हो गए हैं। बताया जा रहा है कि जब मास्क ही पहनना है तो दूल्हा दुल्हन को मेकअप करने का क्या लाभ होगा? इसलिए अब तक जो लोग मेकअप के पीछे हजारों रुपए खर्च करते थे वह भी बच जाएगा।