सूरत:
रेल मंत्रालय ने आखिरकार लोगों की शिकायतों को सुना और लॉकडाउन के कारण रद्द हुइ ट्रेनो का रिफंड 27 मई से देने का निर्णय किया है। रेलवे विभाग यह रिफंड 28 जून तक पश्चिम रेलवे के पांच स्टेशनों से करेगा।
रेलवे विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देशभर में फैले कोरोना के भय के कारण सावधानी के तौर पर कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए 22 मार्च को भारतीय रेलवे द्वारा कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था। इसके बाद दो दिन में देशभर में सारी गाडियां रद्द कर दी गई थी। इसके कारण कई लोगों के टिकिट अपने आप ही रद्द हो गए।
सामान्य तौर पर मार्च अप्रेल में स्कूल में छुट्टी होने से लोग घूमने या अपने गांव जाते है इस बार भी लोगों ने इस तैयारी के कारण पहले से टिकिट का आरक्षण कराया था। लेकिन कोरोना के कारण ट्रेन रद्द होने से यह टिकिट भी अपने आप रद्द हो गई थी। जिन लोगों ने ऑनलाइन बुकिंग की थी, उनके खाते में रुपए वापस कर दिए गए थे, जबकि काउंटर पर बुकिंग करने वालों को दो महीने तक रिफंड नहीं मिला था और वे रिफंड का इंतजार कर रहे थे।
जब लोग कोरोना के कारण खराब वित्तीय स्थिति में हैं, ऐसे में रिफंड मिलने पर एक बड़ी राहत होगी। 27 मई से रिफंड शुरू हो जाएगा। पश्चिम रेलवे से सूरत, वलसाड, नंदुरबार, मुंबई सेंट्रल और वसई स्टेशन पर सुबह 8 से रात 8 बजे तक रिफंड का भुगतान किया जाएगा।
ट्रेन रिफंड कब देय है?
22 मार्च से 31 मार्च तक की ट्रेनों के लिए 27 मई
1 अप्रैल से 14 अप्रैल 3 जून
15 अप्रैल से 30 अप्रैल 9 जून
1 से 15 मई 16 जून
16 मई 31 मई23 जून
1 जून से 30 जून28 जून