नायलॉन यान पर एंटी डंपिंग लगने को लेकर 2 दिन पहले फेडरेशन ऑफ गुजरात विवर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रमुख अशोक जीरावाला ने जो वीडियो जारी किया था उसके विरोध में और आगामी रणनीति तय करने के लिए सोमवार को नायलॉन विवर एसोसिएशन और वार्प नीटर्स एसोसिएशन की मीटिंग हुई।
मीटिंग में उद्यमियों ने होगा के प्रमुख के बयान की निंदा की और नायलॉन यान पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने के मुद्दे में डायरेक्टरेट जनरल आफ ट्रेड लिमिटेड के जिन सदस्यों ने विवर्स की बात को दरकिनार करते हुए यार्न उत्पादकों के पक्ष में रिपोर्ट किया था उनके खिलाफ जांच करने और एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत फैसला किया है।

इसके अलावा नायलॉन विवर्स विमल बेका वाला की ओर से डीजीटीआर की फाइनल फाइंडिंग के खिलाफ विजिलेंस में जांच के लिए दो बार शिकायत की गई है इसके बारे में क्या सी जांच हुई यह भी पूछने की चर्चा हुई। विवर्स का कहना था कि जिन तीन स्पिनरों ने डीजीटीआर में पिटीशन दाखिल की है उनके खिलाफ anti-profiteering कमेटी में लिखित में शिकायत की जाएगी।
इसमें मांग की जाएगी कि जीएसटी का नियम आने के बाद यान पर 18% से जीएसटी घटाकर 12% कर दी गई तो बेजिक रेट के ऊपर कीमत बढ़ाकर उन्होंने यान की कीमत फिर से बढ़ा दी इसकी भी जांच होनी चाहिए। सूरत नायलॉन यार्न उपयोग में लेने वाले विवर सोशल मीडिया ट्विटर पर ज्ञान के बारे में सही जानकारी देकर लोगों में जागृति लाएंगें।
मीटिंग में विवर अग्रणी मयूर गोल वाला मयूर चेवली, सुरेश कडोदरिया, निलेश गामी, आशीष गुजराती, दिनेश सोलंकी सुमित गुप्ता, विशाल सोरठिया, परीक्षित गांधी, विकी काबरा वाला उपस्थित रहे उल्लेखनीय है कि का कहना था कि होगा के प्रमुख एसोसिएशन और बार एसोसिएशन के सदस्यों के सहमति के बिना नायलोन यार्न के बारे मे कोई बयानबाजी नहीं करेंगे