सूरत
ओडिशा जाने वाले श्रमिकों के लिए चिंताजनक समाचार है। क्योंकि शायद वह गुरुवार से ओडिशा नहीं जा सकेंगे ऐसी आशंका है। ओडिशा की कोर्ट के एक फैसले में जिन लोगों के कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव हो वही जा सकते हैं। ऐसा मामला सामने आया है। इस पर सूरत के कलक्टर ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में टेस्ट कर पाना मुश्किल है इसलिए ओडिशा वालों को यहीं रहना पडेगा। जिन लोगों ने ट्रेन का टिकिट लिया है। उनके रिफंड की व्यवस्था की जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार कोरोना के दौरान सबसे पहले ओडिशा के लिए सूरत से ट्रेन शुरू की गई थी और अब तक तो दस हजार से अधिक ओडिशावासी सूरत से जा भी चुके हैं।
इस दौरान कोर्ट से आए इस फैसले से लाखो ओडिशावासियों को निराशा होगी। लॉकडाउन के कारण डेढ महीने से बेरोजगार हो जाने से ज्यादातर के पास भोजन आदि के लिए भी रुपए नहीं है। बीते दिनो ट्रेन चालू होने के कारण ओडिशावासियों में खुशी का माहौल था, लोगो ने ज्यादा कीमत देकर भी टिकिट बुक कराए थे।
लिंबायत में होगा APX सिस्टम से कोरोना पर काम
सूरत में लगातार पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं। सूरत में गुरुवार को 40 अधिक कोरोना के मामले सामने आए और सूरत शहर क्षेत्र में अब तक कुल 782 मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें 300 से अधिक मामले लिंबायत से आए हैं। इस क्षेत्र में कोरोना रोकथाम अब APX प्रणाली को लागू किया जाएगा। शहर में पहली बार लिंबायत में इस सिस्टम से काम होगा।
APX सिस्टम क्या है?
यह पहली बार है जब सूरत में इस तरह की व्यवस्था लागू की जाएगी। लंबे समय में कोरोना के अधिक मामले सामने आ रहे हैं। APX प्रणाली में, जिस घर में ARI यानी सर्दी, खांसी, दस्त या बुखार के मामले हैं, घर के बाहर मानपा द्वारा ‘ए’ लिखा जाएगा।
साथ ही, जिस घर में बुजुर्ग हो और उन्हें डायबिटीज, गले का दर्द आदि है, यानी कोमर्बिड स्थिति के मामले हो वहा P लिखा जाएगा। साथ ही जिनके घर में किसी भी प्रकार के एआरआई के मामले नहीं हैं और बुजुर्ग लोग नहीं होंगे, यानी, घर के बाहर कोर्मोबिड स्थिति का कोई मामला नहीं होगा, ‘X’ लिखा जाएगा। ताकि लोग भी सावधान रहें और सिस्टम को भी इसकी जानकारी हो। सूरत नगर आयुक्त ने अधिक जानकारी देते हुए कहा कि सूरत में परीक्षण की दर बढ़ाई जा रही है। सूरत में अब तक कुल 14,387 परीक्षण किए गए हैं।