सूरत
जहां प्रशासन एक और कोरोना के मरीजों को ठीक करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है, वही कुछ नासमझ लोगों की नादानी के कारण सब लोगों को नुकसान होने की नौबत आई है ।
मंगलवार को सिविल अस्पताल में उपचाराधीन भगवान राणा नाम पचास वर्षीय कोरोना का मरीज़ शाम को सिविल स्टाफ के नजर चूका कर फरार हो गया ।यह जानकारी मिलते ही सिविल का स्टाफ और पुलिस दोनों ही सक्रिय हो गए हैं ।आपको बता दें कि इससे पहले भी कुछ मरीज इस तरह का प्रयास कर चुके हैं ।कोरोना पॉजिटिव मरीज भाग जाना मतलब एक आहट ही है, क्योंकि एक मरीज ना जाने कितनों को संक्रमित कर सकता है। प्रशासन को भी इसी बात की चिंता है। फिलहाल प्रशासन ने उसके घर वालों को सतर्क कर दिया है कि यदि वह घर पर लौट के आता है तो तुरंत इसकी जानकारी दी जाए।
उल्लेखनीय है कि सिविल अस्पताल में पॉजिटिव के लंबे समय से उपचार चल रहा है अब तक 555 मरीज आ चुके हैं । इनमें से 19 उपचार का घर भेजा जा चुका है, जबकि 19 की मौत हो चुकी है। बाक़ी के उपचाराधीन है । सूरत में प्रशासन कोरना से बचाव के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है, लेकिन कुछ लोगों से लोगों से नहीं मिलने के कारण प्रशासन चिंतित है। बार-बार अपील की जा रही है पर कई क्षेत्रों में लोग सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहे है। जैसे जैसे कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है वैसे वैसे सब की परेशानी बढ रही है।
सूरत में कोरोना से लड़ने के लिए 11 हज़ार कोविड कमांडो तैयार
सूरत में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए सूरत महानगर पालिका ने लोगों में जागृति लाई जा सके इसलिए कोविड कमांडो तैयार करने का अभियान शुरू किया था । कोविड कमांडो में जो लोग स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी जानकारी रखते हो और लोगों को जानकारी देने में उत्साह बताएं ऐसे लोगों को शामिल करने का आग्रह मनपा ने किया था ।मनपा के इस अभियान में 10 दिनों के भीतर 11000 लोगों ने जुड़ने का आवेदन किया है ।इस अभियान में जुड़ने वाले लोग शहर के कई क्षेत्रों में कोरोना क्या है, कोरोना से किस तरह बचा जा सकता है इस तरह की जागृति का संदेश देंगे ।
शहर के मेयर डॉक्टर जगदीश पटेल भी कोविड कमांडो के तौर पर इस अभियान में जुड़े हुए हैं और स्मीमेर हॉस्पिटल में 2 घंटे रोज अपनी सेवाएं देते हैं ।